हरिद्वार । द वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में अमृता विश्व विद्यापीठम दुनिया की टॉप 50 यूनिवर्सिटीज़ में शामिल होने वाला भारत का एकमात्र उच्च शिक्षा संस्थान बना है। अमृता ने 41वीं ग्लोबल रैंक हासिल की है और यह अब संयुक्त राष्ट्र के सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स पर प्रभाव के मामले में भारत की नंबर 1 यूनिवर्सिटी बन गई है। पिछले साल इसकी रैंकिंग 81वीं थी।
यूनिवर्सिटी ने एसडीजी 4 (गुणवत्तापूर्ण शिक्षा) के लिए दुनिया भर में 5वीं और एसडीजी 7 (सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा) के लिए 6वीं रैंक हासिल की है, जो इसे इन क्षेत्रों में विश्व की सबसे बेहतर यूनिवर्सिटीज़ में स्थापित करती है। इसके अलावा एसडीजी 5 (लैंगिक समानता) के लिए इसे 14वीं और एसडीजी 3 (स्वास्थ्य और कल्याण) के लिए 29वीं रैंक मिली है। ये रैंकिंग्स अमृता विश्व विद्यापीठम के लिए समावेशी और समान विकास के महत्वपूर्ण संकेत हैं। अमृता विश्व विद्यापीठम की प्रोवोस्ट और यूनस्को की चेयर (अनुभव आधारित सीख और सतत नवाचार) डॉ. मनीषा वी. रमेश ने कहा, हमें यह अंतरराष्ट्रीय पहचान अपनी चांसलर श्रीमाता अमृतानंदमयी देवी (अम्मा) के दूरदर्शी मार्गदर्शन की वजह से मिली है। अम्मा हमेशा करुणा, सेवा और विज्ञान को सबसे ज़रूरी मानती हैं, और यही अमृता यूनिवर्सिटी का मूल आधार है। यह रैंकिंग्स दिखाती हैं कि हम दिल से यह कोशिश कर रहे हैं कि दुनिया में बदलाव लाया जाए। ये बदलाव ऐसे इनोवेशन और एक्सपेरिमेंटल एजुकेशन के ज़रिए आए जो न सिर्फ़ रिसर्च में आगे हो, बल्कि ज़मीन पर लोगों की ज़िंदगी भी बेहतर बनाएं।
हरिद्वार : अमृता विद्यापीठम ने दुनिया के टॉप 50 संस्थानों में बनाई जगह
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