हरिद्वार(आरएनएस)। बहादराबाद ब्लॉक के गांव नगला खुर्द की ग्राम प्रधान रेशमा को पदमुक्त किए जाने से पहले जिला प्रशासन ने तीसरे बच्चे के मामले में अपना पक्ष रखने के लिए दो मौके दिए थे। लेकिन दोनों बार जांच में ग्राम प्रधान रेशमा के तीसरे बच्चे की जन्मतिथि 11 सितम्बर 2019 पाई गई। इसके बाद भी जिलाधिकारी की ओर से रेशमा को अपना पक्ष रखने के लिए एक सप्ताह का नोटिस दिया गया। लेकिन रेशमा ने कोई जवाब नहीं दिया। जिसके बाद रेशमा को ग्राम प्रधान पद से हटा दिया गया। वहीं रेशमा अब हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने की बात कह रही है। नगला खुर्द गांव के निवासी अलीजान पुत्र मुस्तकीम ने ग्राम प्रधान रेशमा के खिलाफ पिछले साल सितम्बर में तीसरे बच्चे की गलत जन्मतिथि के दस्तावेज प्रस्तुत करने की शिकायत की थी। डीएम हरिद्वार ने मामले की जांच को गंभीरता से लेते हुए रेशमा के दस्तावेजों की जांच ब्लॉक विकास अधिकारी को दी थी। जिसमें ग्राम प्रधान रेशमा के तीसरे बच्चे की जन्मतिथि 11 सितम्बर 2019 साबित हुई। हालांकि इस मामले में रेशमा ने हरिद्वार सांसद के माध्यम से दोबारा जांच कराने की मांग की और डीएम हरिद्वार ने इस बार जिला कार्यक्रम अधिकारी से जांच कराई। लेकिन इस जांच में भी तीसरी लड़की की उम्र 11 सितम्बर 2019 ही आई। इसके बाद जिलाधिकारी हरिद्वार की ओर से रेशमा को ग्राम प्रधान के पद से हटाने के लिए नोटिस जारी किया गया। रेशमा की ओर से कोई जवाब नहीं आने के बाद जिलाधिकारी हरिद्वार धीराज सिंह गर्ब्याल ने रेशमा को तीसरे बच्चे की जानकारी गलत देने के मामले में दोषी पाते हुए पद से हटा दिया। जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि रेशमा के दस्तावेजों की जांच में तीसरे बच्चे के जो तथ्य दिए गए थे वो नियमों के खिलाफ थे। जिसके बाद रेशमा को ग्राम प्रधान पद से हटा दिया गया है।
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