हल्द्वानी(आरएनएस)। उत्तराखंड वानिकी प्रशिक्षण अकादमी (एफटीआई) में मंगलवार को दीक्षांत समारोह हुआ। इसमें 6 राज्यों के 53 प्रशिक्षणार्थी 18 माह की ट्रेनिंग पूरी करने के वन क्षेत्राधिकारी बन गए हैं। पासिंग आउट परेड के बाद उन्हें प्रमाण पत्र दिए गए। जिसमें 12 को विशिष्ट योग्यता प्रमाण पत्र से नवाजा गया। मंगलवार को आयोजित दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव डॉ. समीर सिन्हा रहे। उन्होंने ट्रेनिंग पूर्ण करने वाले अफसरों को जंगलात की नौकरी के बारे में विस्तार से बताया। कहा विषम हालातों में भी जंगल की नौकरी होगी। उन्होंने कहा कि आपको नेचर बचाने का जिम्मा मिला है। हमेशा प्रकृति के करीब रहने का सुनहरा मौका मिला है। यह जिम्मेदारी सभी को निभानी होगी। निदेशक डॉ. तेजस्वनी अरविंद पाटिल ने ट्रेनिंग के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग के दौरान सभी ने कड़ी मेहनत की।
प्रभाकरन रहे प्रथम
तमिलनाडु के डॉ. प्रभाकरन पी को 79.06 फीसदी अंकों के साथ प्रथम स्थान प्राप्त करने पर स्वर्ण पदक, स्नेहलता सिंह को 78.90 अंकों के साथ दूसरे स्थान प्राप्त करने पर रजत पदक, अभिषेक सिगतिया को 78.70 अंक प्राप्त करने पर कांस्य पदक दिया गया। रेंज एडमिनिस्ट्रेशन विषयों में सर्वोच्च स्थान अंकित अरोरा और बृजपाल सिंह को मिला। इकोलॉजी एवं सर्वे एवं इंजीनियरिंग में सर्वोच्च स्थान अभिषेक सिगतिया, वानिकी विषयों में सर्वोच्च स्थान संयुक्त रूप से अभिषेक सिगतिया एवं प्रत्यूष कुमार श्रीवास्तव ने हासिल किया।
सबसे ज्यादा वन अफसर राजस्थान को मिले
दीक्षांत समारोह में छह राज्यों के वनाक्षेत्राधिकारियों का प्रशिक्षण पूरा हुआ है। इनमें सबसे ज्यादा अफसर राजस्थान को 21, उत्तर प्रदेश- 19, नागालैंड -02, पश्चिम बंगाल- 01, तमिलनाडु -01, महाराष्ट्र – 09
उत्तराखंड : छह राज्यों को 53 वन क्षेत्राधिकारी मिले
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