AnuragGupta
देहरादून, 25 फरवरी 2025 । राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. विनोद चौहान के नेतृत्व में परिषद के नव निर्वाचित पदाधिकारियों ने मुख्य सचिव राधा रतूड़ी और अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन से शिष्टाचार भेंट की। इसके पश्चात प्रांतीय कार्यकारिणी की एक महत्वपूर्ण बैठक आहूत की गई, जिसमें सर्वसम्मति से अरुण पांडे, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, को संघ विरोधी बयानबाजी और स्वयं को अध्यक्ष घोषित करने के कारण परिषद से आजीवन निष्कासित कर दिया गया।
डॉ. चौहान ने स्पष्ट किया कि जो संघ विरोधी कार्य में संलिप्त पाया जाएगा, उसे तत्काल संगठन से निष्कासित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी कार्मिकों के हित के लिए राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद लगातार प्रयासरत है और कर्मचारियों की वर्षों पुरानी मांगों के विषय को लेकर परिषद गंभीर है। सभी घटक संगठनों के साथ जल्द ही एक बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें वर्षों पुरानी मांगों का संज्ञान लिया जाएगा।
डॉ. चौहान ने कहा कि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की जिम्मेदारी है कि सभी को साथ लेकर चलना। मंडल और जिला स्तर पर भी जल्द विभिन्न संवर्ग की मांगों का संज्ञान लिया जाएगा और इसके लिए एक टीम गठित की जाएगी।
बैठक की अध्यक्षता डॉ. विनोद चौहान और संचालन प्रांतीय महामंत्री गुड्डी मटूड़ा द्वारा किया गया। बैठक में हीरा बल्लभ जोशी, रमेश चंद्र भट्ट, अरविंद चौहान, मनोज अवस्थी, आशीष कोठारी, राकेश ममगाईं, वीरेंद्र रौथाण, माखन लाल, सुमित्रा पंत, चित्रा राणा, हेमलता भंडारी, वंदना भट्ट, विजया कंडारी, रणिता विश्वकर्मा, निमिषा शर्मा, प्रदीप शर्मा सहित परिषद की कार्यकारिणी के सदस्य और विभिन्न घटक संघों के पदाधिकारी सम्मिलित हुए।