Hamarichoupal,13,03,2025
देहरादून | 13 मार्च 2025 – राजधानी देहरादून में नियम विरुद्ध शराब बिक्री और ओवररेटिंग का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले साल नवंबर में खुद जिलाधिकारी सविन बंसल को इस गोरखधंधे पर लगाम लगाने के लिए मैदान में उतरना पड़ा था। मगर अब होली के त्यौहार पर शराब माफिया फिर बेलगाम हो गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, रतनपुर, शिमला बाईपास रोड स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान पर ग्राहकों से एक पौवे पर 15 रुपये और बोतल पर 60 रुपये तक ज्यादा वसूले जा रहे हैं। खुलेआम लूट की यह वारदात आबकारी विभाग और प्रशासन की नाकामी को उजागर करती है।
पिछले साल हुई थी कार्रवाई, अब क्यों खामोश हैं अधिकारी?
नवंबर 2024 में जब राजधानी में शराब की दुकानों पर ओवररेटिंग और नियमों के उल्लंघन की शिकायतें बढ़ी थीं, तब जिलाधिकारी ने खुद कई दुकानों पर छापा मारकर सख्त कार्रवाई की थी। इसकी गूंज मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंची थी, जिसके बाद तत्कालीन जिला आबकारी अधिकारी कैलाश चंद्र बिंजोला को हटा दिया गया था।
लेकिन अब सवाल उठता है कि अगर पिछले साल इतनी सख्ती हुई थी, तो इस बार फिर वही लूट क्यों चल रही है? क्या जिला प्रशासन का इन लूटेरों को डर समाप्त हो चुका है?
प्रशासन का खौफ खत्म, माफियाओं के हौसले बुलंद!
रतनपुर में हो रही यह अवैध वसूली प्रशासन के लिए एक बड़ा तमाचा है। होली जैसे बड़े त्योहार पर, जब लोग खुशियां मनाने के लिए शराब खरीद रहे हैं, तब माफिया उनकी जेब पर खुलेआम डाका डाल रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या एक बार फिर जिलाधिकारी को खुद सड़कों पर उतरकर लूट के इस खेल को रोकना पड़ेगा?
सरकार की छवि पर असर, मुख्यमंत्री की छवि खराब करने का प्रयत्न !
नवंबर 2024 में जब यह मामला मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचा था, तब सरकार ने सख्ती दिखाई थी। मगर अब फिर से यही स्थिति बनती जा रही है। अगर इस बार भी सरकार और प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो जनता यही मानेगी कि शराब माफिया और अफसरों की मिलीभगत से यह गोरखधंधा चल रहा है।
अब देखना होगा कि इस खबर के बाद प्रशासन कितना हरकत में आता है?