देहरादून, 13 मार्च 2025(आरएनएस ) राजधानी देहरादून में बीती रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। थाना राजपुर क्षेत्र में उत्तरांचल हॉस्पिटल, निकट साईं मंदिर के पास एक तेज रफ्तार मर्सिडीज कार ने सड़क किनारे पैदल चल रहे चार लोगों और एक स्कूटी (नंबर: यूके 07-एई-5150) को टक्कर मार दी। हादसे में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि स्कूटी सवार दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना के बाद पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) गढ़वाल परिक्षेत्र और एसएसपी देहरादून मौके पर पहुंचे और घटना की विस्तृत जानकारी ली। एसएसपी देहरादून ने तत्काल एक विशेष जांच टीम गठित कर आरोपी वाहन चालक की तलाश के निर्देश दिए।
सीसीटीवी फुटेज से मर्सिडीज कार की पहचान
घटना के अनावरण के लिए पुलिस टीमों ने सीसीटीवी फुटेज और ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन (ANPR) कैमरों की सहायता ली। जांच के दौरान पुलिस को घटना स्थल से गुजरने वाले 11 संदिग्ध वाहनों की जानकारी मिली। इनमें से एक वाहन मर्सिडीज (नंबर: CH-01-CN-0665, रंग सिल्वर ग्रे) संदिग्ध रूप से दुर्घटनाग्रस्त पाया गया।
जांच में पता चला कि यह वाहन हरबीर ऑटोमोबाइल्स एजेंसी, चंडीगढ़ के नाम पर रजिस्टर्ड था। पुलिस ने तत्काल एक टीम को चंडीगढ़ भेजा, जहां पता चला कि फरवरी 2023 में इस कार को हरबीर ऑटोमोबाइल्स ने खरीदा था।
इसके बाद यह कार जून 2023 में दिल्ली के विन्नी ऑटोहब को बेची गई। वहां से यह कार दिल्ली कार मॉल के जरिए जुलाई 2024 में लखनऊ निवासी जतिन प्रसाद वर्मा (वर्तमान में जाखन, देहरादून में रहने वाले) द्वारा खरीदी गई। जतिन प्रसाद वर्मा अक्सर अपने व्यावसायिक कार्यों के लिए देहरादून आते-जाते रहते थे।
घटनास्थल के पास खड़ी मिली मर्सिडीज, आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने जांच के दौरान देहरादून स्थित बर्कले मोटर्स मर्सिडीज-बेंज सर्विस सेंटर से भी जानकारी जुटाई। वहां से पुष्टि हुई कि यह मर्सिडीज कार 29 नवंबर 2024 को सर्विसिंग के लिए आई थी और यह वाहन जतिन प्रसाद वर्मा के नाम पर पंजीकृत था।
तेजी से जांच को आगे बढ़ाते हुए, पुलिस ने देहरादून के सहस्त्रधारा क्षेत्र में एक खाली प्लॉट के पास खड़ी यह कार बरामद की। आसपास के लोगों से पूछताछ करने पर मोहित मलिक नाम के व्यक्ति ने जानकारी दी कि यह कार उसके परिचित वंश कत्याल ने रात में वहां खड़ी की थी।
मोहित मलिक ने यह भी बताया कि वंश कत्याल ने रात में उसे फोन कर बताया था कि कार में तकनीकी खराबी आ गई है। उसने मोहित से अपने भांजे को जाखन छोड़ने के लिए स्कूटी मांगी, जिसे उसने वापस लाकर मोहित को लौटा दिया था।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए वंश कत्याल का पता लगाया और आईएसबीटी के पास से उसे गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी वंश कत्याल का कबूलनामा
पुलिस पूछताछ में वंश कत्याल (22 वर्ष) ने बताया कि वह मूल रूप से मुरादाबाद का निवासी है। उसने BBA की पढ़ाई के बाद दिल्ली में जॉब की थी, लेकिन बाद में नौकरी छूट जाने के बाद वह देहरादून में काम की तलाश में आया था। वर्तमान में वह वाडिया इंस्टीट्यूट के सामने मोहित विहार में एक पीजी में रह रहा था।
वंश कत्याल ने बताया कि 12 मार्च 2025 को वह अपने जीजा जतिन प्रसाद वर्मा की मर्सिडीज लेकर अपने भांजे के साथ राजपुर की ओर घूमने गया था। वापसी में जाखन की ओर आते समय अचानक दो स्कूटियां उसकी कार के सामने आ गईं। उसने बताया कि तेज रफ्तार होने की वजह से वह स्कूटी को बचाने में असमर्थ रहा और टक्कर लग गई।
इस टक्कर के बाद कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पैदल चल रहे चार लोगों से जा टकराई, जिससे उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई।
घबराकर वंश कत्याल ने कार को सहस्त्रधारा में एक खाली प्लॉट पर खड़ा कर दिया और वहां से भाग निकला। उसने अपने परिचित मोहित से स्कूटी ली और अपने भांजे को जाखन में छोड़कर मोहित की स्कूटी वापस कर दी.
पुलिस ने आरोपी पर दर्ज की धाराएं
देहरादून पुलिस ने वंश कत्याल के खिलाफ थाना राजपुर में धारा 105, 125, 281, 324 (4) भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
एसएसपी देहरादून ने बताया कि वंश कत्याल को न्यायालय में पेश कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, घायल व्यक्तियों का अस्पताल में इलाज जारी है। पुलिस इस पूरे मामले की विस्तृत जांच कर रही है।
इस दुर्घटना ने उठाए सवाल
इस घटना ने शहर में बढ़ती लापरवाह ड्राइविंग और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस प्रशासन अब सख्ती से यातायात नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई करने की तैयारी में है।
इस दर्दनाक हादसे के बाद क्षेत्र में शोक की लहर है, मृतकों के परिवार गहरे सदमे में हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई और यातायात नियमों को प्रभावी ढंग से लागू करने की मांग की है।