गैरसैण,25फरवरी2025(आरएनएस)उत्तराखंड में इन दिनों राजनीति गर्मायी हुई है। बजट सत्र के दौरान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की ओर से पहाड़ियों पर की गई टिप्पणी का चौतरफा विरोध हो रहा है। सदन में जब विपक्ष के विधायकों ने इस मुद्दे पर मंत्री को घेरा, तो विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भी कैबिनेट मंत्री का पक्ष लेती नजर आईं। इसके बाद ऋतु खंडूरी भी लोगों के निशाने पर आ गईं।
विरोध का सामना
मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी गैरसैंण पहुंचीं, जहां रास्ते में उन्हें स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने उन्हें काले झंडे दिखाए और “ऋतु खंडूरी गो बैक” के नारे लगाए। मौके पर पुलिस बल भी तैनात था, जिसने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेट लगाए थे, जिससे प्रदर्शनकारी आगे नहीं बढ़ पाए।
मीडिया से बातचीत
मीडिया से बातचीत के दौरान, ऋतु खंडूरी ने अपने व्यवहार को लेकर सफाई दी। उन्होंने कहा कि वह सपनों में भी उत्तराखंड के स्वाभिमान को ठेस नहीं पहुंचा सकतीं। उन्होंने अपने परिवार और पति के बारे में भी बताया कि उनके पति खार चमोली के हैं, लेकिन उन्हें बिहारी बना दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें सदन की मर्यादा रखनी थी, लेकिन विधायक ने कागज फाड़े और उनके साथ वार्ता भी की। बाद में विधायक ने कहा कि उन्हें बोलने नहीं दिया गया।
ऋतु खंडूरी ने स्पष्ट किया कि वह उत्तराखंड के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने का सोच भी नहीं सकतीं और उन्होंने सदन की मर्यादा को बनाए रखने की पूरी कोशिश की। उनके इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि वह अब सदन में अपने व्यवहार को लेकर जनता में सफाई देती नज़र आ रही है और किसी भी प्रकार की गलतफहमी को दूर करना चाहती हैं।