अनुराग गुप्ता
देहरादून,09फरवरी2024(आरएनएस)उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे भरोसेमंद योद्धा के रूप में उभरे हैं। उत्तराखंड के निकाय चुनाव में भाजपा को प्रचंड जीत दिलाने के बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी धामी ने अपने नेतृत्व और कुशल रणनीति से पार्टी को ऐतिहासिक सफलता दिलाई है।
मुख्यमंत्री धामी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुल 23 सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार किया, जिसमें से 18 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की। यह 80 प्रतिशत का स्ट्राइक रेट दिखाता है, जो किसी भी राजनेता के लिए गौरव की बात है। धामी ने दिल्ली के मैदान में अपनी राजनीतिक सूझबूझ और जनसंवाद क्षमता का ऐसा प्रदर्शन किया कि भाजपा के पक्ष में मतदाताओं का झुकाव स्पष्ट नजर आया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जिन्होंने 2014 में केंद्र की सत्ता संभालने के बाद भी दिल्ली में भाजपा सरकार न बना पाने की टीस को हमेशा महसूस किया, अब धामी के अद्भुत प्रदर्शन से निश्चित ही संतुष्ट होंगे। धामी, एक सच्चे हनुमान की तरह, मोदी के सपनों को साकार करने में अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं।
चुनाव प्रचार के दौरान धामी ने उत्तराखंड में अपने ऐतिहासिक फैसलों का उल्लेख किया, जिसमें समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का लागू होना, सख्त नकल विरोधी कानून, और 19 हजार से अधिक पदों पर भर्ती जैसे कदम शामिल हैं। ये मुद्दे दिल्ली के मतदाताओं के दिलों को छू गए और भाजपा के लिए जीत का मार्ग प्रशस्त किया।
धामी की जनसभाओं में उमड़ रही भारी भीड़ और उनका प्रभावी संवाद इस बात का संकेत था कि भाजपा दिल्ली में दमदार प्रदर्शन करेगी। मतगणना के बाद यह साबित हो गया कि धामी की मेहनत रंग लाई। उनकी लोकप्रियता और मेहनत ने यह भी साबित किया कि वे केवल उत्तराखंड तक सीमित नहीं हैं, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में उनकी पकड़ और कद लगातार बढ़ रहा है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने हाल ही में अन्य राज्यों में हुए चुनावों में भी अपनी क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया था, जहां उनका स्ट्राइक रेट बेहद प्रभावशाली रहा। धामी अब राष्ट्रीय राजनीति के एक उभरते सितारे बन चुके हैं, जिनकी रणनीति और नेतृत्व क्षमता पर पार्टी पूरी तरह भरोसा कर रही है।
इस सफलता के बाद यह कहना गलत नहीं होगा कि पुष्कर सिंह धामी अब प्रधानमंत्री मोदी के सबसे विश्वसनीय सेनापति बन गए हैं। उनकी यह सफलता न केवल भाजपा के लिए गौरव का विषय है, बल्कि यह भी साबित करती है कि धामी भारतीय राजनीति के शिखर की ओर मजबूती से बढ़ रहे हैं।