देहरादून। जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका की अध्यक्षता में ऋषिपर्णा सभागार में जनसुनवाई का आयोजन किया गया जिसमें 119 शिकायते प्राप्त हुई। प्राप्त शिकायतों में अधिकतर शिकायतें भूमि संबंधित प्राप्त हुई जिनमें अवैध कब्जे, अतिक्रमण, दाखिला खारिज, भूमि सीमांकन के प्राप्त हुए इसके अतिरिक्त विद्युत, सिंचाई, लोनिवि, एमडीडीए, पुलिस, शिक्षा आदि विभागों से संबंधित शिकायतें प्राप्त हुई। जिलाधिकारी ने शिकायतकर्ताओं से किसी के माध्यम से नहीं बल्कि अपने शिकायती आवेदनों को लेकर स्वयं मिलने को कहा ताकि वस्तुस्थि से अवगत होते हुए शिकायतों का निस्तारण किया जा सके।
जिलाधिकारी ने आपदा से क्षतिग्रस्त हुई योजनाओं की शिकायतों पर उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने-अपने क्षेत्रों में आपदा से हो रही क्षति के आंगणन प्रस्तुत करें। साथ ही भूमि संबंधी धोखाधड़ी के शिकायतों में एआईजी स्टाम को निर्देशित किया कि अभिलेखों की पूछताछ हेतु आए अनुरोधों पर जांच कर संबंधित को सूचित करें। संदिग्ध प्रतीत हो रहे अभिलेखों पर संबंधित को आगाह किया जाए। उन्होंने नगर निगम को निर्देशित किया कि दाखिला खारिज प्रक्रिया से पूर्व अभिलेखों की पड़ताल करें तथा जो प्रकरण संदिग्ध प्रतीत हों उनमें दाखिला खारिज कार्यवाही न की जाए। इसी प्रकार वित्तीय धोखाधड़ी के प्रकरणों पर क्षेत्रीय प्रबन्धक अग्रणीय बैंक को कार्यवाही के निर्देश दिए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व रामजीशरण शर्मा, अपर जिलाधिकारी प्रशासन डॉ एस के बरनवाल, अपर मुख्य आयुक्त नगर निगम जगदीश लाल, उप जिलाधिकारी सदर नरेश चन्द्र दुर्गापाल, उप जिलाधिकारी शालिनी नेगी,उप जिलाधिकारी वरूणा अग्रवाल, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, विशेष भूमि अध्यपति अधिकारी के.एस नेगी, उप जिलाधिकारी अमृता शर्मा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ विद्याधर कापड़ी, मुख्य कृषि अधिकारी लतिका सिंह, जिला पंचाायतीराज अधिकारी विद्या सिंह सोेमनाल, जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट, अधि अभि विद्युत राकेश कुमार, सहित सिंचाई, एमडीडीए, लोनिवि आदि विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।