बागेश्वर। गरुड़ तहसील के मनाखेत कुरसाली के ग्रामीणों ने बागेश्वर विधानसभा व लोकसभा चुनाव का बहिष्कार का एलान किया। इसके बाद स्पीप की टीम गांव पहुंची। वहां पहुंचने पर उन्हें भी ग्रामीणों की नाराजगी झेलनी पड़ी। ग्रामीणों ने टीक को सड़क नहीं होने की पीड़ा बताई। उन्होंने कहा कि वह 20 साल से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। बाद में स्वीप ने उन्हें विधानसभा मतदान के लिए मना लिया, जबकि लोकसभा चुनाव के बहिष्कार पर ग्रामीण अडिक रहे। कुलसारी के ग्रामीण 20 साल से सड़क की मांग कर रहे थे, लेकिन उनकी मांग आज तक पूरी नहीं हो पाई। इससे नाराज होकर ग्रामीणों ने गत दिनों विधानसभा व लोकसभा चुनाव का बहिष्कार का एलान किया। इधर स्पीप की टीम मतदान बढ़ाने के लिए लोगों को जागरूक कर रही है। इसी क्रम में टीम रविवार को कुलसारी मनाखेत गांव पहुंची। उन्होंने ग्रामीणों से मतदान में भाग लेने की अपील की। ग्रामीणों ने उन्हें अपनी पीड़ा बताया। टीम ने कहा कि उनकी समस्या को वह जल्द प्रशासन तक पहुंचाएंगे। गांव में सड़क लाने में ग्रामीणों की मदद भी करेंगे। इसके बाद ग्रामीण विधानसभा चुनाव के लिए मतदान देने के लिए राजी हुए। उन्होंने मतदान के लिए शपथ भी लिया। इस दौरान स्वीप के उमेश जोशी आदि मोजूद रहे। इस मौके पर स्वीप की टीम सहायक नोडल अधिकारी आलोक पांडेय, कन्हैया वर्मा आदि मौजूद रहे।
लंबे समय से हम सड़क की मांग कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है
ग्रामीणों ने एक मत होकर चुनाव बहिष्कारकी ठानी है। गांव कई गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है। रविवार को स्वीप टीम ने हमारी बातों को प्रशासन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है। इस विधानसभा चुनाव में हम मतदान करेंगे, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले मांग पूरी नहीं हुई तो लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।