Hamarichoupal
देहरादून। 3 अप्रैल। बिपिन नौटियाल। एमएसपी गारंटी के साथ किसानों के मुद्दों को लेकर भारतीय किसान यूनियन एक बार भी बड़े आंदोलन की तैयारी में है। भारतीय किसान यूनियन डब्ल्यूएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी लाल सिंह गुर्जर के मुताबिक 2024 लोकसभा चुनाव से पहले केन्द्र सरकार को किसानों की मांगे माननी पड़ेगी। वरना केन्द्र की मोदी सरकार को चुनाव में इसका बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा। सोमवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी लाल सिंह गुर्जर ने संबोधित किया उन्होंने कहा कि 25 अप्रैल को आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। और मांगे नहीं मानी जाने पर किसानों को मजबूर सब पर उतरना पड़ेगा। वहीं यूनियन की प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों की घोषणा भी की गई। जिनमें चौधरी चमन सिंह, गुर्जर मोहम्मद, सुल्तान चौधरी, राकेश कसाना, राजेश कश्यप, इनाम हसन, मुद्दीन, अरुण कुमार तोमर, अनुराग मलिक, राशिद मलिक आदि पदाधिकारी मौजूद रहे। साथ ही यूनियन ने अपनी कुछ प्रमुख मांगों को भी रखा जिनमें किसानों को एमएसपी की गारंटी देने की मांग केंद्र सरकार से पुरजोर तरीके से की गई है किसानों को सिंचाई बिजली बिलों में कमी करना किसानों को बिना ब्याज के ऋण उपलब्ध करवाना और किसानों के बकाया ऋण को माफ करना इसके साथ ही किसानों को यूरिया खाद एवं अन्य खाद तथा दवाइयां समय पर उपलब्ध कराना और किसानों की फसलों एवं किसान का व्यक्तिगत बीमा अधिकतम करना और किसानों के गन्ने का भुगतान 14 दिन के अंदर कराना इत्यादि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की मांगे पूरी करनी होगी। वहीं लाल सिंह गुर्जर ने उत्तराखंड की भाजपा सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों की एक नहीं सुनती। मसलन बीते दिनों हुई बारिश के चलते राज्य के किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है और अभी तक राज्य सरकार की ओर से किसानों के नुकसान को लेकर कोई सर्वे नहीं कराया गया है ऐसे में सरकार आखिर कैसे मुआवजा तय करेगी। आयोजित पत्रकार वार्ता में राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी लाल सिंह गुर्जर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरदार सुखवीर सिंह, राष्ट्रीय संगठन मंत्री राजकुमार शर्मा आदि मौजूद रहे।