HamariChoupal,20,08,0225
गैरसैण(हमारी चौपाल)गैरसैण में चल रहे विधानसभा सत्र में मंगलवार और बुधवार को कांग्रेस विधायकों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया, जिसके चलते चार दिन का प्रस्तावित सत्र मात्र डेढ़ दिन में ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। विपक्षी विधायकों ने सरकार पर एकतरफा निर्णय लेने और जनहित के मुद्दों की अनदेखी का आरोप लगाया।
मंगलवार की रात कांग्रेस विधायकों ने सदन में ही बिताई और बुधवार सुबह सत्र शुरू होते ही सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। 11 बजे शुरू हुए सत्र को हंगामे के कारण 12 बजे तक स्थगित करना पड़ा। दोबारा सत्र शुरू होने पर विपक्ष ने विभिन्न प्रश्नों पर चर्चा की मांग करते हुए फिर से विरोध जताया। निर्दलीय विधायक संजय डोभाल भी कांग्रेस विधायकों के साथ वेल में पहुंच गए।
हंगामे के बीच सरकार ने अनुपूरक विनियोग विधेयक समेत अन्य विधेयकों को पारित कर दिया और सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ विधायक का इस्तीफा
विधानसभा की कार्यमंत्रणा समिति के निर्णयों को एकतरफा बताते हुए नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और चकराता विधायक प्रीतम सिंह ने समिति से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि जब निर्णयों में विपक्ष की भागीदारी नहीं हो रही है, तो समिति में बने रहना व्यर्थ है।
सदन के बाहर धरना और भराड़ीसैण में झड़प
सत्र स्थगन के बाद कांग्रेस विधायक सदन के बाहर सीढ़ियों पर धरने पर बैठ गए और सरकार पर तीखे आरोप लगाए। साथ ही, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भराड़ीसैण की ओर कूच किया, जिन्हें दिवाली खाल में बैरिकेडिंग पर रोक दिया गया। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुई।
मुख्य मुद्दे
– चार दिन का सत्र डेढ़ दिन में समाप्त
– विपक्ष की चर्चा की मांग को नजरअंदाज किया गया
– कानून व्यवस्था और जनहित के मुद्दों पर सरकार को घेरा
– कार्यमंत्रणा समिति में विपक्ष की भागीदारी पर सवाल