जागेश्वर धाम,03,10,2025
जागेश्वर धाम। कुमाऊँ परिक्षेत्र की पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) रिद्धिम अग्रवाल ने जागेश्वर धाम के दौरे पर पहुँचकर सुरक्षा व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया और स्पष्ट संदेश दिया कि “श्रद्धालुओं की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा।” उन्होंने कहा कि मंदिर आने वाले हर यात्री का अनुभव सुरक्षित और श्रद्धापूर्ण होना चाहिए, क्योंकि यह पुलिस प्रशासन की सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी है।
आईजी अग्रवाल ने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों पर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की जाए। सभी प्रमुख स्थलों के प्रवेश द्वारों पर फ्रिस्किंग, मेटल डिटेक्टर और सीसीटीवी निगरानी सुनिश्चित करने पर उन्होंने विशेष बल दिया।


निरीक्षण के दौरान आईजी ने जोर देकर कहा कि जागेश्वर जैसे पौराणिक और भीड़भाड़ वाले धाम में भीड़ प्रबंधन सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने यातायात नियंत्रण की स्पष्ट व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए ताकि किसी भी समय अव्यवस्था न फैले। उन्होंने सीसीटीवी कैमरों की निगरानी व्यवस्था और नियमित पेट्रोलिंग को सुदृढ़ करने पर भी बल दिया। उनका मानना है कि सतर्कता और तकनीक का संयोजन ही आधुनिक सुरक्षा व्यवस्था की असली ताकत है।
आईजी ने मंदिर प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों से सीधी वार्ता कर उनकी समस्याओं और सुझावों का संज्ञान लिया और पुलिस प्रशासन से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन, मंदिर समिति और पुलिस के बीच बेहतर संवाद और समन्वय से ही श्रद्धालुओं को प्रभावी ढंग से सुविधाएँ मिलेंगी।

उन्होंने श्रद्धालुओं और पर्यटकों से अपील करते हुए कहा कि सुरक्षा तभी प्रभावी होगी जब सभी लोग प्रशासन का सहयोग करेंगे। उन्होंने पुलिस निर्देशों के पालन, संदिग्ध गतिविधि की तत्काल सूचना और अनुशासन बनाए रखने का आग्रह किया।
आईजी अग्रवाल ने जागेश्वर धाम की ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता का उल्लेख करते हुए सभी से मंदिर और आस-पास की पवित्रता बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि गंदगी फैलाना न केवल धार्मिक आस्थाओं के प्रति असम्मान है बल्कि पर्यटन छवि को भी प्रभावित करता है। उन्होंने धार्मिक और पर्यटन स्थलों की मर्यादा बनाए रखने और स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया।

भ्रमण के दौरान आईजी कुमाऊँ ने निर्माणाधीन पुलिस चौकी जागेश्वर के प्रशासनिक भवन का भी निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माणदायी संस्था को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निर्माण सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इस मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा देवेंद्र पींचा सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।