HamariChoupal,02,09,2025
पिथौरागढ़। उत्तराखंड में सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने का दावा करती है, लेकिन जमीनी हकीकत ठीक उलट है। कई जनपदों में डॉक्टरों की कमी से लोगों को परेशानियों से जूझना पड़ता है और बेहतर इलाज के लिए शहरों का रुख करना पड़ता है। जिससे लोगों को काफी धन खर्च करना पड़ता है। कुछ ऐसी ही तस्वीर पिथौरागढ़ जिले के गणाई गंगोली क्षेत्र से सामने आई है, जहां सीएचसी सेंटर सिर्फ रेफर सेंटर बन गया है। लोगों को इलाज के लिए शहरों का रुख करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों को जल्द हॉस्पिटल में डॉक्टरों की तैनाती की मांग की है।
गौर हो कि पिथौरागढ़ बागेश्वर और अल्मोड़ा जनपद की सीमा पर स्थित गणाई गंगोली सीएचसी में दो महीने बाद भी डॉक्टरों की तैनाती ना होने से क्षेत्र के लोगों का हौसला जवाब दे गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि 40 हजार की आबादी के इलाज के लिए खोले गए सीएचसी में एक भी डॉक्टर नहीं है।
बीमारों और गर्भवतियों को इलाज, जांच और प्रसव के लिए अल्मोड़ा या हल्द्वानी जाना पड़ रहा है। उन्होंने जल्द से जल्द सीएचसी में डॉक्टरों की तैनाती की मांग की। वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष नबियाल ने हॉस्पिटल में जल्द डॉक्टरों की तैनाती की बात कही है।
गणाई गंगोली क्षेत्र के लोगों ने कनिष्ठ प्रमुख कविता डोबाल के नेतृत्व में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। गुस्साए लोगों ने कहा कि सीएचसी में पांच चिकित्सकों के पद स्वीकृत हैं, लेकिन वर्तमान में एक भी डॉक्टर की तैनाती नहीं है। अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को डॉक्टर ना होने पर उन्हें रेफर कर दिया जा रहा है। ऐसे में मामूली इलाज के लिए भी लोगों को अल्मोड़ा या हल्द्वानी की दौड़ लगानी पड़ रही है। स्थानीय लोगों ने ने कहा कि पूर्व में स्वास्थ्य विभाग ने व्यवस्था के तहत दो डॉक्टरों की तैनाती के आदेश जारी किए थे, लेकिन डेढ़ महीने बाद भी कोई डॉक्टर यहां नहीं पहुंचा है। स्वास्थ्य विभाग की इस लापरवाही से क्षेत्र के लोगों में नाराजगी है। लोगों ने जल्द सीएचसी में डॉक्टरों की तैनाती ना होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी पिथौरागढ़ डॉ। संतोष नबियाल ने कहा कि सीएचसी गणाई गंगोली में डॉक्टरों की नियुक्ति के संदर्भ में शासन स्तर पर अवगत करा दिया गया है। शीघ्र डॉक्टरों की तैनाती कर दी जाएगी।