ऋषिकेश,03,10,2025
ऋषिकेश। उत्तराखंड के गुलर में आज भारत का पहला ब्रिज‑होटल, “बिग ब्रिज होटल”, उद्घाटित किया गया। यह परियोजना उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड के साथ सार्वजनिक‑निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत डीबीएफओटी (डिज़ाइन‑निर्माण‑वित्त‑परिचालन‑स्थानांतरण) आधार पर विकसित की गई है।
उद्घाटन कार्यक्रम में उत्तराखंड सरकार के पर्यटन, सिंचाई एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज और वन एवं पर्यावरण मंत्री सुबोध उनियाल उपस्थित थे। दोनों मंत्रियों ने इस पहल को चार धाम यात्रा मार्ग पर पर्यटन सुविधाओं के आधुनिकीकरण और सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण बताया। श्री सतपाल महाराज ने कहा कि यह परियोजना चार धाम मार्ग पर पर्यटन को नए सिरे से परिभाषित करेगी, जबकि सुबोध उनियाल ने सतत और सुरक्षित विकास का उदाहरण बताया।

परियोजना शुरू होने से छह महीने पहले सरकारी लोक निर्माण विभाग तथा निजी विशेषज्ञों द्वारा कई सर्वेक्षण किए गए। निर्माण से पहले और बाद में संरचनात्मक सुरक्षा की जांच आईआईटी‑बीएचयू के विशेषज्ञों की देखरेख में कराई गई, ताकि पुल की अखंडता और जन‑सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
बिग ब्रिज होटल एक बहती जलधारा पर बने पुल पर निर्मित विश्राम और आवासीय सुविधा है। इसमें आधुनिक कमरे, स्वच्छ भोजन, शौचालय और स्नान सुविधाएँ, सुविधा स्टोर, पार्किंग और सुरक्षित विश्राम क्षेत्र शामिल हैं। होटल का आर्किटेक्चर स्थानीय कोटि‑बनाल शैली के अनुरूप डिज़ाइन किया गया है और साथ ही विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान की गई हैं।

यह पहल चार धाम यात्रा मार्ग पर विकसित की जा रही आतिथ्य और सड़क किनारे सुविधाओं की श्रृंखला का पहला कदम है। गुलर को पहला पड़ाव मानते हुए स्वातोली‑बरपाला, देवप्रयाग, देवली बागर‑नंद प्रयाग और जलग्वार‑जोशीमठ में अगले विकास कार्यों की योजना बनाई गई है, ताकि यात्रा मार्ग पर सुरक्षित, टिकाऊ और सांस्कृतिक रूप से जुड़ी सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा सकें।
स्थानीय प्रशासन ने कहा कि परियोजना पर्यावरणीय मानकों का पालन करते हुए और स्थानीय रोजगार को बढ़ावा देते हुए पूरी की गई है। सरकार ने आश्वासन दिया कि भविष्य में भी यात्रियों और स्थानीय समुदायों की सुरक्षा व सुविधा को प्राथमिकता दी जाएगी।