रुद्रप्रयाग,30,09,0225
-यात्रा सीजन में गौरीकुंड में शराब व मांस बेचती हुई पाई गई हैं कई नेपाली महिलाएं
-इन दिनों घर लौट रहे नेपालियों को दिये जा रहे हैं गांव की ओर से स्पष्ट निर्देश
-सिर्फ मजदूरी करने वाले नेपाली पुरूष ही आएंगे गौरीकुंड
रुद्रप्रयाग, आजखबर। केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में आने वाले यात्रा सीजन में नेपाली मूल की महिलाओं एवं बच्चों के आने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा। इस बाबत ग्राम पंचायत ने अपने फैसले से प्रशासन को भी अवगत करा दिया है। गौरीकुंड के स्थानीय लोगों का कहना है कि सिर्फ मजदूरी करने वाले नेपाली मूल के पुरूष को ही गौरीकुंड में आने की अनुमति दी जाएगी। महिलाएं बच्चों को किसी भी हाल में गौरीकुंड नहीं आने दिया जायेगा। नेपाली मूल की महिलाओं ने गौरीकुंड का पूरा माहौल खराब किया हुआ है।
दरअसल, गौरीकुंड केदारनाथ यात्रा का मुख्य पड़ाव है। गौरीकुंड से ही केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा शुरू होती है। गौरीकुंड में नेपाली मूल के लोगों की अत्यधिक संख्या है। नेपाली मूल के लोग यहां किराये पर रहकर मजदूरी, घोड़े-खच्चर, डंडी-कंडी, दुकानों, होटल-लॉजों आदि का संचालन करते हैं। पिछले कई वर्षों से गौरीकुंड में रह रहे नेपाली मूल के लोग अवैध रूप से शराब एवं मांस बेचने का व्यवसाय भी कर रहे हैं। कई बार चेतावनी देने के बाद भी ये लोग बाज नहीं आ रहे हैं। इस बार भी यात्रा सीजन के दौरान नेपाली मूल के लोगों से लाखों रूपये की शराब एवं मांस पकड़ा गया। बार-बार चेतावनी देने के बाद भी ये लोग बाज नहीं आये। शराब तो दूर बीच में एक नेपाली व्यक्ति से स्मैक भी बरामद हुई। शराब व मांस के अवैध धंधे में नेपाली पुरूष ही नहीं, बल्कि नेपाली मूल की महिलाएं भी शामिल हैं। महिलाएं गौरीकुंड में शराब व मांस बेचने का कार्य कर रही हैं। जबकि इनके बच्चों के खिलाफ भी शिकायतें आ रही हैं। नेपाली अपने बच्चों को सड़क में खुला छोड़ देते हैं और यह यात्रियों से अभद्रता करने के साथ ही उनसे डंडियां छीन देते हैं। जिस कारण यात्री गौरीकुंड के स्थानीय लोगों को दोषी ठहरा रहे हैं। गौरीकुंड सहित केदारनाथ धाम में मजदूरी करने के कार्य को आये नेपाली पुरूषों ने महिलाओं को शराब व मांस बेचने के धंधे में लगा दिया है। यात्रा के मुख्य पड़ाव में संचालित हो रही इस प्रकार की गतिविधियों से धाम के साथ ही गौरीकुंड की पवित्रता धूमिल हो रही है, जिससे देखते हुये आगामी यात्रा काल में गौरीकुंड में महिलाओं व बच्चों के प्रवेश पर पूर्ण रोक लगा दी है।
गौरीकुंड की प्रधान कुसुम देवी ने कहा कि आगामी यात्रा सीजन में नेपाली मूल की महिलाओं व बच्चों का गौरीकुंड में प्रवेश वर्जित रहेगा। यदि कोई महिला या बच्चा जबरन आता है तो प्रशासन को अवगत कराकर उन्हे बाहर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि गौरीकुंड में नेपाली महिलाओं की ओर से शराब व मांस बेचने की कई शिकायतें आई हैं। बार-बार समझाने पर भी नहीं माने। जिस कारण यह फैसला लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि अब यात्रा अंतिम चरण में पहुंच चुकी है और नेपाली मूल के लो अपने घर जाने लग गये हैं। उन्होंने समझाकर यहां से भेजा जा रहा है कि अगली यात्रा में सिर्फ पुरूष ही गौरीकुंड आएंगे। महिलाओं व बच्चों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।