देहरादून,08,11,2025
देहरादून। उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की रजत जयंती समारोह पखवाड़ा मना रही कांग्रेस ने एक नवंबर को शुरू हुए कार्यक्रमों को श्रृंखला में आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में “दस साल बनाम पंद्रह साल” की टैग लाइन वाली पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन शुरू किया जिसका प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष करण माहरा ने पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना व अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति में दीप प्रज्वलित कर व रिबन काट कर शुभारंभ किया।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा लगाई गई इस प्रदर्शनी में तीन गैलरी बनाई गई हैं जिनमें अलग अलग भाग में कांग्रेस के दो कार्यकाल के दस वर्षों की कुछ प्रमुख उपलब्धियों के बारे में एक भाग में भाजपा सरकार के तीन कार्यकालों के तरह वर्षों व चौदह महीनों की काम चलाऊ सरकार के कुल पंद्रह सालों में हुए विभिन्न घोटालों, महिलाओं के खिलाफ अपराध व हिंसा, केदारनाथ मंदिर में सोना चोरी, दिल्ली के बोराड़ी में केदारनाथ धाम मंदिर निर्माण का प्रयास, अंकिता भंडारी हत्याकांड से लेकर आशंका शर्मा तक के मामलों को दर्शाया गया है और एक भाग में भाजपा सरकारों के कार्यकाल में हुए जन विरोधी कार्यों के विरुद्ध कांग्रेस के आंदोलनों व विभिन्न कार्यक्रमों को दर्शाया गया है।
अधिकांश पोस्टर समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचारों के कोलाज बना कर लगाए गए हैं जो प्रदर्शनी में लगे पोस्टरों को और प्रामाणिक बना रही है। प्रदर्शनी का शुभारंभ करने के पश्चात पार्टी पदाधिकारियों व प्रदर्शनी देखने आए लोगों को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि कांग्रेस द्वारा लगाई गई यह प्रदर्शनी प्रदेश की हकीकत बयां कर रही है क्योंकि इस प्रदर्शनी में हमने अपनी ओर कुछ नहीं लगाया बल्कि जो मीडिया ने प्रदेश के हालत बयां किए और जो मीडिया में प्रकाशित हुआ उसी को पोस्टर प्रदर्शनी में क्यों का त्यों पेश किया गया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की पच्चीस साल की यात्रा में बड़े हिस्से यानि पंद्रह साल भाजपा ने राज किया और कांग्रेस ने दस वर्ष और पहली निर्वाचित कांग्रेस सरकार ने जो मजबूत आधारशिला रख कर दूसरी सरकार को सौंपी उस पर वे यह बताने में संकोच करते हैं कि उन्होंने पांच सालों में क्या किया। इसी प्रकार से तीसरी पारी कांग्रेस ने खेली और गैरसैण में अवस्थापना विकास के कार्य कर उसे राजधानी बनाने का मार्ग प्रशस्त किया किन्तु चौथी और पांचवीं सरकारें जो भाजपा के नेतृत्व वाली थीं और हैं उन्होंने गैरसैण को गैर बना दिया।
