रेनू शर्मा
देहरादून (हमारी चौपाल)ग्राम सभा हरिपुर कला की सम्मानित जनता को मेरा प्रणाम जय माता दी साथियों कुछ दिनों से हरिपुर कला में एक चर्चा चल रही है की मनोज जखमोला जी ने सप्तऋषि से जो सात बीघे जमीन का जो मुकदमा चल रहा था उसमें तीन बीघा जमीन क्यों ली गई चार बीघा क्यों छोड़ी गई साथियों वह जगह छोड़ी नहीं गई इस शर्त के साथ बात हुई है की 2016 से जो हरिपुर कला में बंदोबस्त चल रहा उसके फाइनल होने के बाद यदि ग्राम सभा की पूरी 7 बीघा जमीन निकलती है तो सप्तऋषि आश्रम ग्राम सभा हरिपुर कला को पूरी जमीन देगा यदि बंदोबस्त में नहीं निकलती है तो तीन बीघा जमीन यथावत स्थिति में रहेगी डीएम ऑफिस और कोर्ट में यह कॉपी जमा कर दी गई है और तीन बीघा जमीन पर कब्जा ले लिया गया है कोई भी चाहे आईटीआई के माध्यम से वह कॉपी ले सकता है बहन निर्वतमान प्रधान श्रीमती गीतांजलि जखमोला और श्री मनोज जखमोला जी को जानबूझकर बदनाम किया जा रहा है कि इन्होंने संस्था से कुछ पैसे ले लिए जबकि यह सब गलत और निराधार है मुकदमे बाजी के काम बैठकर और आपसी समझौते से ही निपटाए जाते हैं वैसे तो यह इल्जाम चुनावी दौर में हर किसी पर लगता ही है लेकिन फिर भी यह काम मेरे सामने हुआ है मेरा भी इसमें थोड़ा सा योगदान है तो उसकी समझौते की कॉपी में सोशल मीडिया के माध्यम से आपको भी दिखाना चाहता हूं ताकि आप सब लोगों को सच्चाई का पता चल सके इसको पढ़ने के बाद आपको सच्चाई का पता चल जाएगा की कौन सच बोल रहा है कौन झूठ बोल रहा है सबूत के साथ जय माता दी
आदत थी मेरी हर उलझे हुए काम को निपटाने की मेरा शौक ही मुझे बदनाम कर गया हर हर महादेव