टिहरी,18,11,2
देहरादून/ टिहरी/भिल्लंगना। उत्तराखंड की लचर स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर खामियाँ एक बार फिर उजागर हुई हैं। टिहरी जनपद के भिल्लंगना विकासखण्ड की मात्र 24 वर्षीय गर्भवती महिला श्रीमती नीतू पंवार की मौत ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। आठ माह की गर्भवती नीतू को बेलेश्वर अस्पताल से हायर सेंटर रेफर किया गया था, लेकिन उचित चिकित्सकीय सुविधा न मिलने के कारण उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। यह घटना स्वास्थ्य ढांचे की पोल खोलती है और एक परिवार को कभी न भरने वाला घाव दे गई है।
कुछ ही दिनों में तीसरी घटना: पार्टी ने उठाए सवाल
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवप्रसाद सेमवाल और टिहरी जिला अध्यक्ष बिशन सिंह कंडारी ने इस दर्दनाक घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए इसे ‘अक्षम्य लापरवाही’ करार दिया है। दोनों नेताओं ने दिवंगत आ025त्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
पार्टी नेताओं ने कहा कि कुछ ही दिनों में यह तीसरा मामला है जब किसी गर्भवती महिला की जान हायर सेंटर ले जाते समय चली गई है। उन्होंने सीधे तौर पर प्रदेश सरकार की हेली एंबुलेंस योजना पर सवाल उठाते हुए पूछा कि जब आपातकाल की ऐसी स्थिति है, तो इस योजना का लाभ ज़रूरतमंद लोगों तक क्यों नहीं पहुँच पा रहा है?
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी की सरकार से 3 प्रमुख मांगें
जनता का विश्वास बहाल करने और मातृ मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिए पार्टी ने सरकार से तत्काल निम्नलिखित ठोस कदम उठाने की मांग की है:
* तत्काल सक्रियता: गर्भवती महिलाओं के लिए हेली एंबुलेंस सेवाओं को तत्काल प्रभाव से सक्रिय किया जाए।
* विशेषज्ञों की तैनाती: ग्रामीण अस्पतालों में स्त्री रोग विशेषज्ञों (Gynecologists) की तत्काल तैनाती सुनिश्चित की जाए।
* उच्चस्तरीय जाँच: मातृ मृत्यु की इन लगातार हो रही घटनाओं की उच्चस्तरीय जाँच कराई जाए और संबंधित अधिकारियों तथा कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय की जाए।
पार्टी नेता सेमवाल और कंडारी ने जोर देकर कहा कि मातृ जीवन की सुरक्षा किसी भी सभ्य समाज का सबसे बड़ा दायित्व है। उन्होंने कहा कि “समय आ गया है जब घोषणाओं के बजाय, ठोस कार्यवाही के माध्यम से लोगों का विश्वास बहाल किया जाए।” राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी परिवार ने शोक संतप्त पंवार परिवार के प्रति पूर्ण संहभागिता व्यक्त की है।
