देहरादून। हरेला पर्व के पावन माह में प्रकृति से जुड़ाव और पर्यावरण संरक्षण का संदेश एक बार फिर गूँज उठा। इस वर्ष की मुख्य थीम “हरेला का त्योहार मनाओ, धरती मां का ऋण चुकाओ” और “एक वृक्ष मां के नाम” अभियान के तहत, सीमांत मुख्यालय, एस.एस.बी. रानीखेत के तत्वावधान में डोईवाला, देहरादून स्थित 14वीं वाहिनी के अधिकारियों और जवानों ने एक विशाल वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस नेक कार्य में सोसाइटी फॉर एनवायरनमेंट एंड रूरल डेवलपमेंट (SERD) देहरादून के पदाधिकारियों ने भी सहभागिता निभाई।

एस.एस.बी. कैम्प डोईवाला में आयोजित इस कार्यक्रम में कुल 900 पौधे लगाए गए, जिनमें जामुन, आंवला, कचनार, बहेड़ा और शीशम जैसी विभिन्न प्रजातियाँ शामिल थीं। इस अवसर पर एस.एस.बी. के सहायक सेनानी रामदेव मिर्धा, निरीक्षक सुशील कुमार तिवारी, उपनिरीक्षक विनोद थपलियाल, अतोल सिंह, सहायक उपनिरीक्षक सतीश बहुगुणा, मनवर सिंह और 14वीं वाहिनी के जवान मौजूद रहे। सोसाइटी (SERD) की ओर से हरी सिंह भंडारी, अजय कृष्ण भटारा (विधि सलाहकार), जंग बहादुर सिंह पथनी, महिपाल सिंह, कुंवर सिंह चौहान, दीपांशु बिष्ट और वीरेंद्र कुमार ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
सहायक सेनानी रामदेव मिर्धा ने जवानों और उपस्थित सभी लोगों को प्रोत्साहित करते हुए कहा, “आज के समय में परिवर्तित होती जलवायु के प्रभाव को पौधारोपण के द्वारा ही बचाया जा सकता है। हम सबको मिलकर इस अभियान को सफल बनाने के लिए हर किसी को प्रोत्साहित करना चाहिए। आज प्रकृति की भी यही मांग है।”

यह वृक्षारोपण कार्यक्रम न केवल पर्यावरण संरक्षण का एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह प्रकृति के प्रति हमारी जिम्मेदारी और उसके ऋण को चुकाने के संकल्प को भी दर्शाता है। हरेला पर्व के इस पावन अवसर पर किया गया यह प्रयास भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और हरित वातावरण सुनिश्चित करने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है।