अनुराग गुप्ता
अल्मोड़ा, 25 अप्रैल 2025(हमारी चौपाल) कुमाऊं परिक्षेत्र की पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) श्रीमती रिधिम अग्रवाल ने आज अल्मोड़ा शहर कोतवाली का औचक निरीक्षण कर पुलिस व्यवस्था, कार्यप्रणाली और बुनियादी सुविधाओं का गहन जायजा लिया। सुबह अचानक पहुंची आईजी के इस दौरे से कोतवाली में सक्रियता बढ़ गई। उन्होंने थाने के प्रत्येक अनुभाग का बारीकी से मुआयना किया और वहां तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं और सुझावों को सुना।
अपने निरीक्षण के दौरान, आईजी श्रीमती अग्रवाल ने थाने में आने वाले हर फरियादी की सुनवाई को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का स्पष्ट निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस का कर्तव्य है कि वह जनता की शिकायतों को संवेदनशीलता से सुने और त्वरित न्याय दिलाने की दिशा में काम करे। उन्होंने जोर देकर कहा कि पुलिसकर्मियों को केवल कानून का पालन ही नहीं करना है, बल्कि एक जनसेवक की भावना से भी काम करना होगा, जिससे आम नागरिक पुलिस पर विश्वास कर सकें और अपनी समस्याओं को खुलकर बता सकें।
आईजी ने आधुनिक समय की ज़रूरतों के अनुसार पुलिसिंग को और अधिक प्रभावी बनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जवानों को टेक्नोलॉजी के साथ कदम मिलाकर चलना होगा। उन्होंने “टेक्नोलॉजी फ्रेंडली बीट पुलिसिंग” की अवधारणा पर ज़ोर दिया, जिसके तहत पुलिसकर्मी नवीनतम तकनीकों का उपयोग कर अपने क्षेत्र में अपराध की रोकथाम और कानून व्यवस्था को बेहतर बना सकें। उन्होंने डेटा विश्लेषण, सोशल मीडिया मॉनिटरिंग और अन्य डिजिटल उपकरणों के इस्तेमाल पर ध्यान देने की आवश्यकता बताई।
पुलिसकर्मियों के कल्याण और उन्हें बेहतर कार्य वातावरण प्रदान करने की दिशा में आईजी श्रीमती अग्रवाल ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने बताया कि कोतवाली में जवानों के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त स्मार्ट बैरक और कर्मचारियों के लिए नए आवासीय व प्रशासनिक भवनों का निर्माण जल्द शुरू किया जाएगा। इस परियोजना पर लगभग 90 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इस संबंध में विस्तृत प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
एक विशेष और भावनात्मक जुड़ाव दिखाते हुए, आईजी श्रीमती अग्रवाल ने घोषणा की कि अल्मोड़ा कोतवाली, जो उनका पहला तैनाती स्थल रहा है, को वह गोद ले रही हैं। उन्होंने इस कोतवाली को एक आदर्श थाने के रूप में विकसित करने की अपनी महत्वाकांक्षी योजना साझा की। इसके तहत, कोतवाली के वर्तमान भवन का सौंदर्यीकरण किया जाएगा और इसे एक आकर्षक टूरिस्ट पुलिस स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। उनका मानना है कि एक सुव्यवस्थित और आकर्षक थाना न केवल काम करने के लिए बेहतर माहौल प्रदान करेगा बल्कि पर्यटकों के लिए भी एक सकारात्मक छवि प्रस्तुत करेगा।
निरीक्षण के दौरान, आईजी ने कोतवाली के कार्यालय, महिला सहायता डेस्क, सीसीटीएनएस (अपराध और आपराधिक ट्रैकिंग नेटवर्क और सिस्टम) कक्ष, कर्मचारी भोजनालय, मालखाना , हवालात और पूरे कोतवाली परिसर का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने कोतवाली क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की ड्यूटी और उनके आवंटन के बारे में विस्तृत जानकारी ली। संवेदनशील क्षेत्रों में नियमित गश्त, पिकेट ड्यूटी और चीता मोबाइल यूनिट को हमेशा सतर्क रहने के सख्त निर्देश दिए गए ताकि किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके।
महिला सहायता डेस्क का निरीक्षण करते हुए आईजी ने वहां तैनात महिला पुलिसकर्मियों से बातचीत की और उन्हें विशेष रूप से निर्देशित किया कि थाने पर आने वाली महिला फरियादियों के साथ अत्यंत शालीन और सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार करें। उन्होंने कहा कि महिला उत्पीड़न के मामलों को गंभीरता से सुना जाए और त्वरित कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए ताकि पीड़ितों को जल्द न्याय मिल सके।
सीसीटीएनएस कार्यालय में, आईजी ने ऑनलाइन जीडी (सामान्य डायरी) प्रविष्टि, विभिन्न पोर्टलों का उपयोग और आईआईएफ (जांच सूचना फार्म) को समय पर अपडेट रखने के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि यह प्रणाली अपराधों के रिकॉर्ड रखने और उनके विश्लेषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिससे पुलिस को अपराध नियंत्रण की रणनीति बनाने में मदद मिलती है।
भ्रमण के समापन पर, आईजी श्रीमती अग्रवाल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा देवेन्द्र पींचा के नेतृत्व में अल्मोड़ा पुलिस द्वारा किए जा रहे सराहनीय कार्यों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। उन्होंने भविष्य में भी इसी समर्पण, कर्तव्यनिष्ठा और व्यावसायिकता के साथ कार्य करने के लिए पूरी टीम को प्रोत्साहित किया।
इस महत्वपूर्ण निरीक्षण के दौरान, सीओ अल्मोड़ा गोपाल दत्त जोशी, निरीक्षक कैलाश भैसोड़ा, वाचक आईजी कुमायूँ, निरीक्षक अमित चौहान, पीआरओ आईजी कुमायूँ, प्रभारी निरीक्षक योगेश चन्द्र उपाध्याय, निरीक्षक मनोज भारद्वाज एलआईयू अल्मोड़ा, एएसआई (एम) प्रह्लाद राम, आशुलिपिक आईजी कुमायूँ सहित कोतवाली के अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित रहे। आईजी के इस दौरे ने अल्मोड़ा पुलिस को नई ऊर्जा और दिशा प्रदान की है।