शोध को प्रभावी बनाने हेतु बहुविषयक अनुसंधान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिज्ञासा विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन का सफलता पूर्वक समापन हो गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) के.सी. बहुगुणा, संयुक्त निदेशक (सेवानिवृत्त) उपकरण अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (आईआरडीई), देहरादून ने विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों से सामाजिक चुनौतियों से लड़ने का आह्वान किया।
गुरूवार को जिज्ञासा विश्वविद्यालय के शोध एवं विकास प्रकोष्ठ की ओर से आयोजित बहुविषयक शोध एवं नवाचार विषय पर आयोजित प्रथम राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन हो गया। इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) के.सी. बहुगुणा, संयुक्त निदेशक (सेवानिवृत्त) उपकरण अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (आईआरडीई), देहरादून, (डीआरडीओ), रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ने प्रभावी शोध का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ मिलकर शोध को प्रभावी बना सकते हैं। वहीं कुलपति प्रोफेसर बी.एस. नागेंद्र पाराशर ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों और सदस्यों को प्रोत्साहित किया और बहु-विषयक सहयोग और नवाचार के लिए आगे आने की बात कही। इस आयोजन ने अनुसंधान में निरंतर अन्वेषण और उत्कृष्टता पर बाल देते हुए भविष्य के सम्मेलनों के लिए एक मजबूत नींव रखी है।
पूरे भारत से आये प्रतिभागियों ने 100 से अधिक शोध पत्र और विभिन्न पोस्टर भी प्रस्तुत किये। दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान, विभिन्न मौखिक और पोस्टर प्रस्तुतियों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सामाजिक विज्ञान, मानविकी, व्यवसाय और अर्थशास्त्र, पर्यावरण अध्ययन, फार्मास्युटिकल विज्ञान, कानूनी अध्ययन, पत्रकारिता और जन संचार, और अधिक को कवर करने वाले विविध क्षेत्रों के अत्याधुनिक अध्ययनों पर प्रकाश डाला गया। . संयोजक ने एनसीएमआरआई-2024 की सफलता सुनिश्चित करने में उनके समर्पण और प्रयास के लिए आयोजन समिति के सभी सदस्यों, सम्मानित वक्ताओं, सत्र अध्यक्षों, समीक्षकों और आयोजन समिति के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया। इसके अलावा संयोजक, एनसीएमआरआई-2024, और डीन आर एंड डी, प्रो. (डॉ.) मनीष शर्मा ने बहु-विषयक अनुसंधान हेतु सभी का उत्साहवर्धन किया। “सम्मेलन का प्राथमिक उद्देश्य कई सामाजिक चुनौतियों के प्रभावशाली समाधान प्रस्तावित करके बहु-विषयक अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करना था। माननीय कुलपति, प्रो. बी.एस. नागेंद्र पाराशर, रजिस्ट्रार, प्रो. अम्पू हरिकृष्णन, श्री राजीव कुमार, प्रो. (डॉ.) .) मनीष शर्मा और सम्मेलन के मुख्य अतिथि ने एनसीएमआरआई-2024 की समारिका पुस्तक का शुभारंभ किया। दो दिवसीय कार्यक्रम में सत्रों की एक प्रभावशाली श्रृंखला शामिल थी
Check Also
दून में पढ़ रही विदेशी छात्रा से दुष्कर्म के प्रयास में विदेशी छात्र गिरफ्तार
देहरादून। क्लेमनटाउन क्षेत्र स्थित निजी संस्थान में पढ़ने वाली विदेशी छात्रा से दुष्कर्म का प्रयास …