देहरादून(आरएनएस)। उत्तरांचल बिजली कर्मचारी संघ ने ऊर्जा के तीनों निगमों के खाली पदों को उपनल कर्मचारियों से भरे जाने की मांग की। संघ की बैठक में उपनल कर्मचारियों के नियमितीकरण को दबाव बनाया। जल्द नियमितीकरण न होने पर 26 सितंबर से आंदोलन का ऐलान किया गया। संघ के महामंत्री प्रदीप कुमार कंसल की ओर से तीनों निगमों के प्रबंध निदेशकों को आंदोलन का नोटिस भेजा गया। कहा कि तीनों निगमों में बड़ी संख्या में पद खाली हैं। इन पदों को उपनल कर्मचारियों से भरा जाए। क्योंकि उपनल के कर्मचारी 15 से 20 वर्ष से सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे में उपनल कर्मचारियों को नियमित किया जाए। कहा कि उपनल कर्मचारियों को नियमित न किए जाने पर 26 सितंबर को ऊर्जा भवन में धरना दिया जाएगा। सत्याग्रह शुरू किया जाएगा। 27 सितंबर को यूजेवीएनएल मुख्यालय और पिटकुल मुख्यालय पर धरना दिया जाएगा। इसके बाद नए सिरे से प्रदेश स्तरीय आंदोलन का ऐलान किया जाएगा।
संविदा कर्मचारी संगठन ने भी बनाया दबाव
विद्युत संविदा कर्मचारी संगठन ने भी उपनल कर्मचारियों को नियमित किए जाने को दबाव बनाया। अध्यक्ष विनोद कवि ने कहा कि सरकार संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण को जो नीति बना रही है, उसमें उपनल कर्मचारियों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। क्योंकि राज्य में उपनल कर्मचारी ही वैध संविदा कर्मचारी हैं। क्योंकि 2002 से लेकर आज तक कार्मिक विभाग की ओर से कई बार स्पष्ट आदेश किए गए हैं कि संविदा पर कोई भर्ती नहीं होगी। यदि विभागों को संविदा पर कर्मचारियों को नियुक्त करना है, तो उपनल से ही संविदा पर लिया जाए। ऐसे में साफ है कि जब उत्तराखंड में संविदा नियुक्ति पर रोक है, तो सरकार उपनल कर्मचारियों को छोड़ कर किन्हें नियमित करने जा रही है।
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