संस्थान की अध्यक्ष श्रीमती अरुणा रावत ने बताया कि उक्त शिविर का शुभारंभ 28 जून 2024 को और समापन 12 जुलाई 2024 को किया गया। शिविर में 15 महिलाओ को प्रशिक्षण दिया गया ।उन्होंने बताया कि महिला सशक्तिकरण एक नैतिक आवश्यकता है और राष्ट्र की प्रगति में एक रणनीति निवेश भी है महिलाओं को सशक्त बनाने की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ रही है। महिलाओं को आत्मनिर्भरता, स्थिर आय परिवार के योगदान में वृद्धि को प्रोत्साहित करके सशक्त बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को प्रदशित करता है । महिलाओ को सिलाई कटाई में कुशल बनाना ओर उन्हें अपने आत्मनिर्भर सुक्ष्म उघम स्थापित करने में सहायता करना है। महिलाओं को सिलाई के तरीके, पेटर्न कटिंग , सिलाई मशीन की मरम्मत और रख रखाव के साथ साथ जीवन कौशल भी सिखाया ।
प्रशिक्षणार्थी महिलाओ को सशक्त और स्वावलंबी बनाया गया ताकि भविष्य में वे स्वय का रोजगार स्थापित कर अपने परिवार की आय में वृद्धि कर आजीविका निर्वहन कर सकेंगी। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में महिलाओ का आत्मनिर्भर बनाने आत्मविश्वास जागृत करना तथा स्वरोजगार हेतु प्रोत्साहित किया गया। सिलाई प्रशिक्षिका श्रीमती शांति बिष्ट ने बताया कि सिलाई कटाई प्रशिक्षण लेने आयी महिलाएं एवं बालिकाएं को नये नये डिजाइन सिखाए ।इस अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों ने भी अपना अनुभव साझा किया। इस
अवसर पर गीता, प्रिया, पिंकी, सुमन, समाया, मनीषा,अंजली, भारती,सुनीता, शिवानी, यशोदा,कमलेश, विमलेश आदि मौजूद रहे
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