विकासनगर(आरएनएस)।कालसी ब्लॉक के सकनी गांव के जंगल में आग लगने से बांझ, देवदार,अखरोट के सैकड़ों पेडों के साथ ही एक गोशाला जलकर राख हो गई। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। जिस वक्त आग लगी गोशाला में मवेशी नहीं थे, इससे बड़ा नुकसान होने से बच गया। पिछले डेढ़ महीने से लगातार जौनसार क्षेत्र के जंगलों में आग लगने से हजारों पेड़, जंगली जानवर आग की भेंट चढ़ चुके हैं। कालसी ब्लॉक के सकनी गांव के जंगल में आग लगने से बांझ, देवदार, अखरोट के सैकड़ों पेड़ और एक गोशाला जलकर खाक हो गई। गांव से थोड़ी दूर जंगल में धुंआ दिखाई देने पर सकनी निवासी श्याम सिंह पंवार, धरमदास, रूपलाल, मोहन लाल, गेमा आदि ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था। सकनी निवासी धरमदास की गोशाला पूरी तरह जल गई। गनीमत रही कि घटना के वक्त गोशाला में कोई मेवशी नहीं था। धरमदास ने बताया कि उनकी गोशाला जलकर राख हो चुकी है। साथ ही आसपास लगे अखरोट, सेब के छोटे पौधे भी जल गए है। जंगल में देवदार सहित बांझ के कई वृक्ष जल चुके है। इससे पूर्व पांच दिन पहले भी सकनी से कुछ दूर आगजनी में सकनी निवासी कलम सिंह नेगी की अदरक की फसल जल गई थी।
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