कोच्चि। केरल के कलामसेरी में ईसाई समुदाय के सम्मेलन केंद्र में धमाकों के लिए 4 आईर्डडी का इस्तेमाल किया गया था। न्यूज 18 ने जांच एजेंसी से जुड़े सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है। इस तीन दिवसीय प्रार्थना सभा के समापन के अवसर पर सुबह हुए धमाकों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 3 हो गई है, जबकि चार घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है। अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि आईईडी को लो-ग्रेड विस्फोटक के तौर पर बनाया गया था। साथ ही इसमें आग लगाने वाले उपकरण के तौर पर पेट्रोल का इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने कहा, ‘ऐसा लगता है कि विस्फोटक उसी प्रकार के थे जिनका उपयोग पटाखों में किया जाता है। हालांकि, आगे की जांच के बाद ही चीजें और साफ हो पाएंगी। पेट्रोल के इस्तेमाल से पता चलता है कि उस जगह को जलाने की योजना बनाई गई थी।’
रिपोर्ट के मुताबिक, जांच के दौरान घटनास्थल से बैटरी, तार, सर्किट और मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। जिस कंटेनर में बम इकट्ठा किए गए थे, अभी तक उसका पता नहीं चल सका है। पुलिस ने रविवार को बताया कि आईईडी को इकट्ठा करने के लिए टिफिन बॉक्स का इस्तेमाल किया गया था। सोमवार को कन्वेंशन सेंटर में अपराध स्थल की शुरुआती जांच पूरी हुई। सूत्रों ने कहा कि हर एक बम के लिए प्लास्टिक पाउच में 5 लीटर पेट्रोल यूज किया गया। साथ ही आईईडी को पैक करने के लिए जूट के थैले इस्तेमाल किए गए। रेडियो फ्रीक्वेंसी डिवाइस ने विस्फोट को गति देने में मदद की। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक चार्ज, सर्किट और आईईडी को ट्रिगर करने के लिए मोबाइल कॉल का यूज हुआ।
कपड़े से ढकी कुर्सियों के नीचे रखा था बैग
सूत्रों ने बताया कि आईर्डडी से भरे जूट बैग को कपड़े से ढकी कुर्सियों के नीचे रखा गया था ताकि उनमें तेजी से आग पकड़े। इस दौरान प्लास्टिक की कुर्सियों से दूरी बनाई गई, क्योंकि वे पिघल जातीं और आग की लपटें नहीं निकल पातीं। इस तरह पता चलता है कि इन धमाकों का मकसद पूरे कन्वेंशन सेंटर को जलाना था। मालूम हो कि डोमिनिक मार्टिन इन हमलों का मुख्य संदिग्ध है जिसने खुद ही विस्फोटों की जिम्मेदारी ली है। पुलिस जांच से पता चला कि उसने घर पर आईईडी इकट्ठा किए और बम बनाना इंटनरेट के जरिए ही सीखा। इससे पहले वह खाड़ी देशों में फोरमैन था इसलिए उसे मशीनों का बुनियादी समझ थी। कई सारी जानकारियां उसने इंटरनेट से हासिल की।
प्रभावी तरीके से आगे बढ़ रही जांच: विजयन
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि इस विस्फोट मामले की जांच प्रभावी तरीके से आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने लोगों से विस्फोटों के संबंध में विवादों से दूर रहने और संयम व एकजुटता के साथ स्थिति का सामना करने का भी आग्रह किया। उन्होंने विस्फोट स्थल का दौरा करने और दुखद घटना में जान गंवाने वाले पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात के बाद यह बात कही। कलामसेरी के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में रविवार को सुबह उस समय कई धमाके हुए, जब ईसाई समूह ‘यहोवा के साक्षी’ के अनुयायी प्रार्थना सभा के अंतिम दिन की प्रार्थना के लिए इकट्ठा हुए थे। यहोवा ईसाई धार्मिक समूह है जिसकी शुरुआत 19वीं शताब्दी में अमेरिका में हुई थी। प्रारंभ में, विस्फोटों में एक महिला की मौत हो गई थी और 60 घायल हो गए थे, जिनमें से 6 की हालत गंभीर थी। बाद में गंभीर रूप से घायल 6 लोगों में से 53 वर्षीय एक महिला ने दम तोड़ दिया। सोमवार सुबह तक 12 वर्षीय लड़की की मौत के साथ मृतकों की संख्या बढ़कर 3 हो गई।
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