माइक्रोग्रीन्स खाने के रंग, बनावट और स्वाद को बढ़ा सकते हैं और अंकुरित अनाज की तुलना में अधिक पौष्टिक माने जाते हैं।ये एंटीऑक्सीडेंट, कैरोटीनॉयड और फाइटोकेमिकल घटक से भरपूर होते हैं, जो हृदय रोग, कैंसर और मधुमेह सहित कई बीमारियों को रोकने और उनका प्राकृतिक रूप से इलाज करने में मदद कर सकते हैं।आइए जानते हैं कि थोड़ी-सी मात्रा में माइक्रोग्रीन्स का इस्तेमाल करने से ही क्या-क्या स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।
हृदय को स्वस्थ रखने में है कारगर
माइक्रोग्रीन्स में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट और कैरोटीनॉयड यौगिक हृदय को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।एक पशु अध्ययन में पाया गया कि माइक्रोग्रीन्स खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके अच्छे कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कर सकते हैं। साथ ही इसमें मौजूद पॉलीफेनोल्स सूजन प्रतिक्रिया को कम करने में मदद कर सकते हैं।ये एंडोथेलियल फंक्शन में सुधार और प्लेटलेट्स के जमाव को भी रोक सकते हैं।
कैंसर से लडऩे में है प्रभावी
माइक्रोग्रीन्स में एंटी-प्रोलिफेरेटिव प्रभाव होता है। इसलिए इसका रोजाना सेवन करने से कोलन कैंसर के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है।इसके अलावा इसमें मौजूद एंटी-ट्यूमर गुण कैंसर को बढ़ाने वाले टिशू को नष्ट करने में मददगार माना जाता है।हालांकि, कैंसर रोगियों को माइक्रोग्रीन्स के सेवन से ज्यादा इस बीमारी के इलाज को प्राथमिकता देनी चाहिए।
मधुमेह के जोखिम कर सकते हैं कम
खून में शुगर की मात्रा बढऩे से मधुमेह का खतरा हो सकता है, जिसके जोखिमों को कम करने में माइक्रोग्रीन्स काफी मदद कर सकते हैं।कई अध्ययनों के मुताबिक, माइक्रोग्रीन्स में एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं, जो खून में मौजूद ग्लूकोज की मात्रा को कम करने और इंसुलिन संवेदनशीलता को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।इस प्रकार से यह गुण मधुमेह को नियंत्रित करने में फायदेमंद हो सकता है।
पाचन क्रिया के लिए है लाभदायक
पाचन क्रिया शरीर का अहम भाग है, जिसका स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है। इसकी मदद से ही शरीर को पोषण मिलने में मदद मिलती है।माइक्रोग्रीन्स का सेवन पाचन क्रिया को ठीक रखने में मदद कर सकता है क्योंकि इसमें लिनालूल नामक कंपाउंड पाया जाता है, जो पाचन से जुड़ी कई समस्याओं को दूर रखने में सक्षम है।अगर आप पाचन से जुड़ी किसी समस्या से ग्रस्त हैं तो रोजाना माइक्रोग्रीन्स का सेवन करें।
वजन नियंत्रित रखने में है मददगार
वजन का बढऩा एक गंभीर समस्या है, जो शरीर को न जाने कितनी तरह की बीमारियों की चपेट में ढकेल सकती है। इसलिए हमेशा वजन को नियंत्रित रखने कोशिश करते रहना चाहिए।इसके लिए माइक्रोग्रीन्स का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इसमें क्वेरसेटिन नामक फ्लेवोनोइड पाया जाता हैं। क्वेरसेटिन में एंटी-ओबेसिटी गुण होते हैं, जो शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम करने में मदद कर सकते हैं।
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