हरिद्वार। देश के अलग-अलग राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अपराध की खबरें आती रहती हैं। इसी तरह उत्तराखंड में लम्बे समय से महिलाओं के लापता होने की घटनाओं के बीच सनसनीखेज खुलासा हुआ है। राज्य के जाने माने सूचना अधिकार कार्यकर्ता (आरटीआई एक्टिविस्ट) काशीपुर निवासी नदीम उद्दीन को पुलिस मुख्यालय द्वारा उपलब्ध कराई सूचना में हुआ है कि जनवरी, 2021 से मई, 2023 के बीच मात्र 29 महीने में 3854 महिलायें और 1134 लड़कियां लापता हो गईं। लापता महिलाओं और लड़कियों की गुमशुदगी पुलिस विभाग में पंजीकृत हुई है। इन मामलों में पुलिस और स्थानीय जनता की सक्रियता से इनमें से 2961 महिला तथा 1042 लड़कियां बरामद भी की जा चुकी हैं।
पुलिस मुख्यालय द्वारा आरटीआई एक्टिविस्ट नदीम उद्दीन को उपलब्ध कराई सूचना के अनुसार, राज्य के 13 जिलों तथा रेलवे सुरक्षा पुलिस (जी.आर.पी.) के अंतर्गत, जनवरी 2021 से मई 2023 तक कुल 3854 महिलायें गुमशुदा दर्ज की गई है। इनमें 2021 में 1494, वर्ष 2022 में 1632 तथा वर्ष 2023 में मई तक 728 महिलायें शामिल हैं। इसी अवधि में कुल 1132 लड़कियां गुमशुदा दर्ज हुई हैं। जिसमें 2021 में 404, साल 2022 में 425 और 2023 में मई तक 305 लड़कियां शामिल हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता को उपलब्ध कराई गई गुमशुदा महिलाओं की बरामदगी के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2021 से मई 2023 तक कुल 2961 महिलाएं बरामद हुई हैं। इसमें 2021 में 1271, साल 2022 में 1281 और 2023 में मई तक 409 महिलायें शामिल हैं। जबकि इस दौरान कुल 1042 गुमशुदा लड़कियां बरामद हुई हैं, जिसमें 2021 में 393, साल 2022 में 403 और 2023 में मई तक 246 लड़कियां शामिल हैं।
गुमशुदा महिलाओं के जिलावार विवरण के अनुसार, नैनीताल जिले में 2021 में 168, साल 2022 में 165 और 2023 में मई तक 53 महिलाएं गायब हुई हैं। उधमसिंह नगर जिले में क्रमशः 343, 415, 183, पिथौरागढ़ जिले में 14, 18, 7, अल्मोड़ा जिले में 25, 44, 23, टिहरी जिले में 59, 49, 35, बागेश्वर जिले में 34, 26, 12, पौड़ी जिले में 43, 58, 19, उत्तरकाशी जिले में 34, 23, 15, देहरादून जिले में वर्ष 2021 में 364, वर्ष 2022 में 430 तथा 2023 में मई तक 163 महिलायें, हरद्विार जिले में क्रमशः 339, 314 तथा 169, चमोली में 31, 26 तथा 14, चम्पावत जिले में 23, 48 तथा 25, रूद्रप्रयाग जिले में 14, 15 तथा 10 और रेलवे क्षेत्र (जी.आर.पी. अन्तर्गत) में वर्ष 2021 में तीन, 2022 में एक तथा 2023 में मई तक शून्य गुमशुदा महिला दर्ज हुई हैं।
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