देहरादून, 16 मार्च 2025 (आरएनएस) – उत्तराखंड की सियासत में आज भूचाल आ गया! प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने अपने पद से इस्तीफे की पेशकश कर दी है। यह फैसला ऐसे वक्त आया है जब राज्यभर में उनके खिलाफ जबरदस्त गुस्सा और विरोध प्रदर्शन जारी थे।
इस्तीफे की घोषणा करते ही छलक पड़े आँसू!
आज जब प्रेमचंद अग्रवाल मीडिया के सामने आए, तो उनकी आँखों में आँसू थे। भावुक होते हुए उन्होंने कहा,
“प्रदेश की शांति और विकास के लिए मैं अपने पद से त्यागपत्र दे रहा हूँ। जो माहौल मेरे खिलाफ बनाया गया, उससे मैं आहत हूँ।”
यह कहते-कहते उनकी आवाज़ भर्रा गई और कैमरों के सामने उनकी आँखें छलक पड़ीं।
विवादित बयान बना मुसीबत!
दरअसल, कुछ दिन पहले विधानसभा में पर्वतीय समाज को लेकर दिए गए उनके बयान ने आग में घी डालने का काम किया था। सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ भारी ट्रोलिंग हो रही थी, और पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए थे। जनता और विपक्ष लगातार उनके इस्तीफे की माँग कर रहे थे।
सरकार बचाने की रणनीति या मजबूरी?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम सरकार को संभावित संकट से बचाने की रणनीति हो सकता है। अब सबकी निगाहें मुख्यमंत्री पर टिकी हैं—क्या वे इस्तीफा स्वीकार करेंगे या कोई नया दांव खेलेंगे?
उत्तराखंड की राजनीति में बड़ा मोड़!
प्रेमचंद अग्रवाल के इस चौंकाने वाले फैसले से उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल आ गया है। अगर उनका इस्तीफा मंजूर होता है, तो इससे सरकार पर क्या असर पड़ेगा? क्या यह महज़ दबाव की राजनीति है या सच में कोई बड़ा सियासी खेल चल रहा है?
फिलहाल, उत्तराखंड में सियासी पारा अपने चरम पर है। हर किसी की नज़र अब मुख्यमंत्री के अगले कदम पर टिकी है!