Saturday , November 23 2024
Breaking News

स्पिक मैके स्टेट कन्वेंशन का आयोजन 1 से 3 सितंबर यूनिसन वर्ल्ड स्कूल में

देहरादून। द सोसायटी फॉर प्रमोशन ऑफ़ इंडियन क्लासिकल म्यूसिक अमंग यूथ (स्पिक मैके) और यूनिसन वर्ल्ड स्कूल ने सोमवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में स्पिक मैके स्टेट कन्वेंशन 2023 की घोषणा की। यह सम्मेलन भारतीय संस्कृति और कला का एक जीवंत उत्सव होगा, और इसका आयोजन 1 से 3 सितंबर देहरादून के यूनिसन वर्ल्ड स्कूल में होने जा रहा है। डॉ किरण सेठ द्वारा स्थापित, स्पिक मैके युवाओं के बीच भारतीय शास्त्रीय संगीत, नृत्य और संस्कृति की समृद्ध विरासत को बढ़ावा देने का एक प्रतीक रहा है। डॉ किरण सेठ के अनुसार, “स्पिक मैके स्टेट कन्वेंशन युवाओं के लिए हमारी विविध सांस्कृतिक सुंदरता का आनंद प्रदान करने वाला एक मंच है। यह कार्यक्रम युवाओं को कला की प्रशंसा करने का मौक़ा देता है और एकता और समझ की भावना को प्रोत्साहित करता है।”मीडिया को संबोधित करते हुए, स्पिक मैके उत्तराखंड चैप्टर की अध्यक्ष, विद्या वासन ने कहा, “यह सम्मेलन प्रसिद्ध कलाकारों की एक श्रृंखला की मेजबानी करते हुए सभी उपस्थित दर्शकों को एक समृद्ध अनुभव प्रदान करेगा। पद्म डॉ. माधुरी बर्थवाल, डॉ. अन्वेसा महंता, पद्म भूषण डॉ. एन राजम और डॉ. संगीता शंकर, पद्म पं. उल्हास कशालकर, डॉ. वंदना शिवा, पद्म विद. जयराम राव, पं. राकेश चौरासिया, पार्थो रॉय चौधरी, विशाल मिश्रा, पं. तेजेंद्र मजूमदार, विद संदीप नारायण, नक्षत्र गुरुकुल, श्री विशाल कृष्णा और संजोर त्सोकपा अपने प्रदर्शन और अंतर्दृष्टि से इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए इस कन्वेंशन में प्रतिभाग करेंगे।”उन्होंने कहा कि “देहरादून और उसके आसपास के कई अन्य स्कूल भी इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। इस तीन दिवसीय राज्य सम्मेलन में भाग लेने में रुचि रखने वाला कोई भी व्यक्ति प्रताप म्यूजिक हाउस, इंग्लिश बुक डिपो, डब्ल्यूआईसी क्लब और दून क्लब से निमंत्रण कार्ड प्राप्त कर सकता है।”यूनिसन वर्ल्ड स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. मोना खन्ना ने अपनी प्रत्याशा साझा करते हुए कहा, “स्पिक मैके राज्य सम्मेलन 2023 की मेजबानी करना हमारे लिए सम्मान की बात है। यूनिसन ने हमेशा से समग्र शिक्षा को बढ़ावा देने में विश्वास रखा है, और यह सम्मेलन हमारे छात्रों में सांस्कृतिक समझ और प्रशंसा को बढ़ावा देने के हमारे विचारों के साथ पूरी तरह से मेल खाता है।” उन्होंने आगे कहा, “तीन दिवसीय इस कार्यशाला में, छात्रों और उपस्थित लोगों को भारत के उत्कृष्ट कलाकारों द्वारा शास्त्रीय प्रदर्शनों की एक विविध श्रृंखला देखने, प्रख्यात गुरुओं के साथ गहन अभ्यास करने, योग तकनीक और विभिन्न कला रूपों को सीखने, ज्ञानवर्धक वार्ता सत्रों में शामिल होने, और प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा आयोजित व्यावहारिक कार्यशालाओं में भाग लेने का अनूठा अवसर मिलेगा।”

About admin

Check Also

कभी देखा है नीले रंग का केला, गजब है इसका स्वाद, जबरदस्त हैं फायदे

पीला केला तो हम सभी ने देखा है लेकिन क्या आपने कभी नीला केला देखा …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *