Thursday , November 21 2024

हेल्थ : सूंघने की क्षमता खोना बड़े खतरे की आहट! इन बीमारियों की शुरुआत के हो सकते हैं संकेत

क्या आपकी सूंघने की कैपिसिटी कमजोर पड़ रही है? अगर आपका जवाब हां है तो वक्त आ गया है कि सतर्क हो लिया जाए. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि सूंघने की क्षमता खोना गंभीर बीमारियों की चपेट में आने का एक संकेत भी हो सकता है. हाल ही में हुए एक शोध में यह पाया गया है कि अगर किसी व्यक्ति की सूंघने की क्षमता प्रभावित हो रही है तो हो सकता है कि उसे अल्जाइमर और डिमेंशिया की बीमारी हो. सूंघने की कैपिसिटी खोना डिप्रेशन का भी एक संकेत हो सकता है.

एक अध्ययन में पाया गया है कि व्यक्ति की सूंघने की कैपिसिटी जितनी ज्यादा खराब होती है, उतनी ही खराब उसकी मेंटल हेल्थ भी होती है. ऐसा नहीं है कि सूंघने की क्षमता कमजोर पडऩे से डिप्रेशन का खतरा रहता है. लेकिन इतना जरूर है कि ये किसी के डिप्रेशन में होने का संकेत हो सकता है.

सूंघने की कैपिसिटी खोना हमारे स्वास्थ्य को कई मायनों में प्रभावित करता है. अगर आप कभी-भी ये लक्षण अपने शरीर में महसूस करें तो बिल्कुल नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से अपनी जांच कराएं.
स्मैल करने कैपिसिटी का खोना अल्जाइमर और पार्किंसंस जैसी न्यूरोडीजेनेरेटिव डिज़ीज़ की शुरूआत होने का वार्निंग सिग्नल हो सकता है. एनएचएस कहता है कि पीडि़त लोग जितनी जल्दी डॉक्टर से हेल्प लेंगे, उतनी ही जल्दी उन्हें ठीक होने में मदद मिलेगी. ऐसे बहुत से लोग हैं जो डिप्रेशन से जूझ रहे होते हैं, लेकिन डॉक्टर से मदद नहीं लेते. आपको शरीर में किसी भी तरह के असामान्य लक्षण दिखाई दें तो डॉक्टर के पास जाने में बिल्कुल देरी ना करें. क्योंकि देरी करने से आपकी जान खतरे में पड़ सकती है.
००

About admin

Check Also

जिज्ञासा यूनिवर्सिटी में बहुविश्यक शोध को बढ़ावा देते सम्मेलन का समापन

शोध को प्रभावी बनाने हेतु बहुविषयक अनुसंधान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिज्ञासा विश्वविद्यालय …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *