देहरादून। आयुक्त गढ़वाल मण्डल विनय शंकर पाण्डेय ने आयुक्त कैंप कार्यालय से वीसी के माध्यम से जिला योजना, राज्य, केन्द्र एवं वाह्य सहायतित योजना, केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित कार्यक्रमों एवं महत्वपूर्ण ध्वजवाहक योजनाओं तथा बीस सूत्रीय कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा की गई।जबकि गढवाल मण्डल आयुक्त को जनपदों से वीसी के माध्यम से मुख्य विकास अधिकारियों द्वारा क्रमवार योजनाओं की कार्यप्रगति एवं योजनवार व्यय की जानकारी से अवगत कराया गया।
आयुक्त गढ़वाल मण्डल ने जनपदवार योजनाओं की समीक्षा करते हुए मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक 15 दिन में अपने स्तर पर योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करें। साथ ही यह भी निर्देश दिए कि शासन से प्राप्त धनराशि को संबंधित विभागों को आवंटित करते हुए नियमित मॉनिटरिंग की जाए। उन्होंने बीस सूत्रीय कार्यक्रम में डी-श्रेणी में आने वाले जनपदों को विशेष ध्यान देते हुए संबंधित विभागों के साथ प्रभावी मॉनिटरिंग एवं आवश्यक समन्वय से प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रोजगार परक योजनाओं में बैंकों से समन्वय करते हुए योजनाओं की प्रगति बढ़ाए, तथा बैंक द्वारा लगाई जा रही आपत्तियों को संबंधित विभागों से निस्तारित कराते हुए प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिए।
आयुक्त गढ़वाल मण्डल ने स्वरोजगार परक योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि केन्द्र एंव राज्य सरकार द्वारा संचालित ध्वज वाह्क कार्यक्रमों यथा मनरेगा, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, सौर स्वरोजगार योजना, पीएमईजीपी, वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना, होम स्टे योजना, एनआरएलएम, एनयूएलएम योजनाओं में विशेष ध्यान देते हुए प्रगति बढ़ाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि मातृ वन्दन योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना आदि सभी महत्वपूर्ण योजनाओं की नियमित समीक्षा करते हुए शत-प्रतिशत प्रगति बढ़ाए। उन्होंने निर्देश दिए कि राज्य एवं केन्द्र पोषित योजनाओं, बीस सूत्रीय कार्यक्रम आदि योजनाओं के क्रियान्वयन की नियमित समीक्षा एवं प्रगति को बढ़ाते हुए अपने जनपदों को ए-श्रेणी में लाए इसके लिए विभागीय स्तर पर भी अधिकारी समन्वय से कार्य करें तथा योजनाओं को धरातल पर लाते हुए विभाग एवं जनपदों को ए-श्रेणी में बनाए। साथ ही प्रयास करें कि जो विभाग ए-श्रेणी में है वह ए-श्रेणी में ही रहे। उन्होंने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में पौड़ी एवं हरिद्वार जनपद के ए-श्रेणी में रहने पर प्रशंसा करते हुए अन्य जनपदों के मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि मा0 मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण योजनाओं को गंभीरता से लेते हुए लक्ष्य के सापेक्ष पात्र लाभार्थियों को स्वरोजगार योजना से लाभान्वित करते हुए ए-श्रेणी में लाए। वहीं स्वरोजगारपरक योजनाओं में अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मुहैया कराने हेतु मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि रेखीय विभाग की योजनाओं को महाप्रबन्धक उद्योग एवं क्षेत्रीय प्रबन्धक लीड बैंक के मध्य बेहतर समन्वय स्थापित कराते हुए बैंकों में लंबित आवेदनों को त्वरित निस्तारण करते हुए लाभार्थियों को स्वरोजगार से जोड़ा जाए। बैठक में समस्त मुख्य विकास अधिकारी एवं संबंधित विभागों के अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े रहे। तथा आयुक्त शिविर कार्यालय में मण्डलीय संयुक्त निदेशक अर्थ एवं संख्यक श्रीमती गीताजंलि गोयल, मण्डलीय अर्थ एवं संख्याधिकारी श्रीमती शिल्पा भाटिया, सहायक निदेशक सूचना बी.सी नेगी उपस्थित रहे।
मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान एवं जिला स्तरीय अधिकारी एनआईसी सभागार से वीसी के माध्यम से बैठक से जुड़े रहे। आयुक्त गढवाल मण्डल की बैठक के उपरान्त मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान ने समस्त रेखीय विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी विभाग योजनाओं की प्रगति बढाते हुए शत् प्रतिशत् व्यय करना सुनिश्चित करें साथ ही निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण एवं जिला विकास अधिकारी को सप्ताह में बैठक लेते हुए कार्यप्रगति समीक्षा एवं मॉनिटिरिंग करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए की विभाग जिला योजना में प्रगति बढाते हुए शत् प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करें साथ ही बीस सूत्रीय, केन्द्र पोषित योजनाओं, वाह्य सहायतित योजनाओं, स्वरोजगार एवं रोजगारपरक योजनाओं में विशेष ध्यान देते हुए पात्र लाभार्थियों को लाभान्वित करें। उन्होंने कहा कि योजनाओं की प्रगति की नियमित मॉनिटिरंग एवं समीक्षा की जाएगी। इस अवसर समस्त रेखीय विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।