नई टिहरी। डीएम मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) की कार्यक्रम परामर्शी समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में डीएम ने कहा कि संस्थान शिक्षा एवं प्रशिक्षण को लेकर मुख्य बातों पर फोकस करें। बच्चों के भविष्य को लेकर जागरूक रहते हुए कार्ययोजनाओं को अंजाम दें। शुक्रवार को जिला सभागार में आयोजित डायट की बैठक में डीएम ने डायट के अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि कम परिणाम प्रतिशत वाले स्कूलों में गतिविधियां बढ़ायें। अच्छा आउटपुट देने वाली गतिविधियों को चरणबद्ध तरीके से संचालित करें। समय-समय पर इसकी समीक्षा के बाद उचित कदम उठायें। सीईओ को निर्देशित कर कहा कि माह में एक बार सभी विद्यालयों में पीटीएम करवाना सुनिश्चित करें। अच्छा काम करने वाले शिक्षकों के उत्साहवर्धन के लिए कम परिणाम प्रतिशत वाले स्कूलों में भेजें, साथ ही स्कूलों के संबंध में शोध कर सुधार लाना सुनिश्चित करें। बच्चों की पढ़ाई में दिलचस्पी बढ़े, भविष्य के प्रति जागरूकता बढ़े, इसके लिए हेतु लाइब्रेरी में रखी जाने वाली पुस्तकों में वैरायटी लायें। साथ ही मोबाइल लैब वाहन संचालन। अच्छा काम करने वाले किसानों के पास बच्चों को ले जाकर भ्रमण कराना। समय-समय पर विभिन्न शिक्षा संगठनों व एनजीओ के साथ समीक्षा बैठक की करें। डायट के अधिकारियों ने डायट की वार्षिक कार्ययोजना एवं वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए प्रस्तावित बजट की स्थिति से अवगत कराया। वार्षिक कार्ययोजना के संबंध में बताया कि संस्थान ने वाद्य यंत्र प्रशिक्षण, राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण के लिए पेपर तैयार करना, रोस्टर वाइजसांइस लेब संचालन, बच्चों की जागरूकता को वर्कशॉप, संकुल, ब्लॉक एवं जिला स्तर पर प्रतिभा दिवस का आयोजन, नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षकों के लिए जानकारी कार्यक्रम किये जा रहे हैं, साथ ही दीक्षा पोर्टल, विधा सेतु, कलस्टर वाइज उत्कृष्ठ स्कूलों पर काम किया जा रहा है। बैठक में सीईओ एलएम चमोला, प्राचार्य डायट आरपी डंडरियाल, डीईओ बेसिक वीके ढौंडियाल, देवेन्द्र सिंह भण्डारी, जगमोहन आदि मौजूद रहे।
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