अनिल सती, अनुराग गुप्ता
देहरादून। राज्य में जी-20 के दो इवेंट हो गए। दोनो सफ़लता पूर्वक सम्पन्न हों गए। बहुत गर्व की बात है। हमारी सरकार और सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों ने इसके लिए जी तोड़ मेहनत की। इस इवेंट को संपन्न कराने में जिनकी भूमिका रही वो वास्तव में सम्मान के लायक है। परंतु दुर्भाग्य की बात है कि एक ऐसा महकमा जो रात दिन एक करके विदेशी मेहमानों की सुरक्षा में लगे, कानून व्यवस्था बनाए रखी, हर मोर्चे पर डटे रहे, उस महकमे के कारिंदों को सरकार, और उसके मंत्री, विधायक सभी भूल गए की इनकी भी पीठ थप थपा ली जाय।
हम बात कर रहे हैं पुलिस के उन जांबाजों की जो दिन रात इस आयोजन को सफल बनाने में लगे। रहे।बीती रोज जी20 सम्मेलन को संपन्न कराने वाले कर्मचारियों को सम्मानित किया गया लेकिन पुलिस के किसी भी जांबाज को इस लायक ही नहीं समझा गया की उसके सिर पर भी हाथ रख लिया जाय। इसमें भी दुर्भाग्य इस बात का है की इस आयोजन को संपन्न कराने वाले कर्मचारियों को मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने सम्मानित किया लेकिन मंत्री महोदय पुलिस को भूल गए।