सुदेशना नेगी
विकासनगर। हिमाचल प्रदेश के चूडधार मंदिर से शाही स्नान के बाद कालसी ब्लॉक के देऊ गांव पहुंची शिलगुर महाराज की पालकी के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। श्रद्धालुओं ने देव दर्शन कर पूजा-अर्चना कर देवता से आशीर्वाद लिया। पूजा-अर्चना के बाद वैदिक मंत्रोचार के साथ देव शिलगुर महाराज की देव पालकी नवनिर्मित मंदिर में बिराजमान हो गयी है। शिलगुर महाराज मंदिर देऊ से 25 जून को शाही स्नान के लिए हिमाचल के चूडधार मंदिर के लिए प्रस्थान किया था। शाही स्नान के बाद 26 जून को महाराज के देव चिन्हों ने श्रद्धालुओं के साथ चूडधार से देऊ के लिए प्रस्थान किया, जिसमें पहला पड़ाव रात्रि विश्राम मीनस में किया। 29 जून को पजिटीलानी से ग्राम देऊ स्थित शिलगूर महाराज मंदिर के लिए प्रस्थान किये। देऊ पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने महाराज के दर्शन किए और महाराज के जयघोष से पूरा गांव गूंज उठा। गांव पहुंचने पर सर्वप्रथम देव पालकी पुरानी देवठी पहुंची जहां ग्रामीण महिलाओं ने धूप देकर पूजा-अर्चना की, साथ ही चावल अर्पित कर देवता की पालकी पर पुष्प वर्षा की। पूजा अर्चना के बाद देव पालकी ने देव चिन्हों सहित नवनिर्मित मंदिर के लिए प्रस्थान किया। मंदिर पहुंचने पर ढोल दमाऊ के साथ महाराज के देव माली, पुजारी पालकी को लेकर मंदिर पहुंचे। ठीक 2.50 बजे दोपहर में शुभ लग्नानुसार देव पालकी को मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश कराया गया, जिसके पश्चात मंदिर प्रांगण में महिलाओं द्वारा एक जैसी वेशभूषा में पारंपरिक गीत नृत्य किया गया। ग्राम देऊ की ध्यांटूडियों ने शिलगूर महाराज की पालकी के लिए सोने का छत्र भेंट स्वरूप चढ़ाया। महाराज के वजीर शमशेर सिंह चौहान ने बताया बताया कि महाराज की पालकी हर बारह वर्ष बाद शाही स्नान के लिए हिमाचल प्रदेश के चूडधार जाती है। बताया कि नवनिर्मित मंदिर निर्माण 2019 में आरम्भ किया गया, जिसका डिजाइन आर्किटेक्ट नरेश चौहान ने तैयार किया है। मंदिर को मिस्त्री सुरेंद्र शाह के द्वारा तराशा गया है। मंदिर का निर्माण 2023 में पूर्ण हुआ, जिसके बाद देवता नवनिर्मित मंदिर में विराजमान हुए हैं। इस अवसर पर मंदिर समिति के अध्यक्ष संतराम चौहान, पुजारी रतिराम शर्मा, भंडारी जवाहर सिंह चौहान, देव माली गजेंद्र चौहान, भोपाल सिंह, हुकम सिंह, दिनेश चौहान और दूरदराज से आये हजारों श्रद्धालु मौजूद रहे।