Hamarichoupal,14,05,2023
देहरादून। 14 मई। बिपिन नौटियाल। जनपद टिहरी गढ़वाल के अलकनंदा और भागीरथी नदियों के संगम पर बसे देवप्रयाग के पास सिद्धपीठ मां चंद्रबदनी का मंदिर है। चंद्रबदनी मंदिर विकास सेवा समिति ने किया बैठक का आयोजन किया। चंद्रबदनी मंदिर भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है जो साल भर किये जाने वाले वाले अपने उत्सवों, मेलों और पूजा अनुष्ठानों के लिए जाना जाता है जिसमे देश भर से श्रद्धालु और पर्यटक शामिल होते है। सिद्धपीठ के प्रति स्थानीयों के साथ, साथ अन्य जिलों के श्रद्धालुओं की भी बड़ी आस्था है। सिद्धपीठ के दर्शन करके यहां माता को चुनरी और नारियल अर्पित किया जाता है। वहीं महातम्य- सिद्धपीठ चंद्रबदनी में भुवनेश्वरी श्रीयंत्र की भी पूजा होती है। रविवार को देवप्रयाग विभफखंड के पुजारभाव के प्रवासी नागरिकों ने चंन्द्रवदनी विभास समिति ने परेड ग्राउंड स्थित एक रेस्टोरेंट में बैठक का आयोजन किया। बैठक का आयोजन समिति के अध्यक्ष अशोक भट्ट की अध्यक्षता में किया गया। बैठक में समिति के सदस्यों ने आम सहमति से निर्णय लिया की वे सभी समिति को और अधिक सक्रिय करने के लिये सदस्यता बढ़ाने पर जोर देंगें। और समिति के हितों में मिलकर काम करेंगे। वहीं पुपाटगांव में स्वम्मक्किलाइन विकास के लिये भी सभी मिलजुलकर प्रयास करेंगे। और समिति सामाजिक कार्य के लिए सदस्यों को प्रेरित करने का काम भी करेगा। बैठक में समिति के संरक्षक विरेन्द्र भट्ट, दाताराम मह, मंदिर के प्रबंधक दुर्गा पुरुसद समिति के उपाध्यक्ष आशीष भट्ट, अशोक भट्ट आदि उपस्थित रहे। बैठक का संचालन चंडी प्रसाद बडोनी व कुलदीप भट्ट ने संयुक्त रूप से किया।