Hamarichoupal
देहरादून। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी ने कहा कि है। इससे कई ऐसे हिमालयी क्षेत्र आपस में जुड़ पाए हैं जो कई महीनों तक बर्फ की वजह से कटे रहते थे। उन्होंने कहा कि आपसी कनेक्टिविटी बढ़ने से रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं। नितिन गड़करी ने बुधवार को डीआईटी यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल टनल टेक्नोलॉजी वर्कशॉप का वर्चुअली शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि टनल परियोजनाओं की वजह से जम्मू और लद्याख जैसे क्षेत्रों के कई ऐसे इलाके ऑल वेदर कनेक्टिविटी से जुड़ गए जो पहले मौसम की वजह से कई महीनों तक कटे रहते थे। उन्होंने कहा कि दुनियां में टनल टेक्नोलॉजी तेजी से आगे बढ़ रही है और देश में भी उसे अपनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। कार्यक्रम के मौजूद केंद्रीय सड़क परिवहन राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा कि टनल परियोजनाओं का निर्माण पर्यावरण की दृष्टि से अच्छा है। उन्होंने कहा कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सड़क की बजाए टनल निर्माण ज्यादा कारगर है। उन्होंने कहा कि नई तकनीकी से टनल का निर्माण किए जाने से परियोजना की लागत भी कम आती है। उन्होंने कहा कि दो दिन की चर्चा के बाद विशेषज्ञों की ओर से मिलने वाले सुझावों पर अमल किया जाएगा।
कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर बोलते हुए उत्तराखंड के लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि राज्य में बन रही टनल परियोजनाओं में आधुनिक तकनीकी का प्रयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य में बनने वाली टनल परियोजनाएं छोटी छोटी बनाई जाएं। उन्होंने कहा कि छोटी टनल पर्यावरण की दृष्टि से भी अच्छी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार टनल निर्माण में नई तकनीकी के प्रयोग को बढ़ावा देने पर फोकस कर रही है।