05.08.2021,Hamari चौपाल
रुद्रप्रयाग। देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर केदारनाथ में तीर्थपुरोहितों का आंदोलन लगातार जारी है। तीर्थपुरोहित बारिश के बाद भी निरंतर आंदोलन पर डटे हैं। उन्होंने उत्तराखंड सरकार पर चारधाम की परंपराओं के साथ खिलवाड़ कर हक-हकूकधारियों की अनदेखी का आरोप लगाया है। गुरुवार को केदार सभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला के नेतृत्व में तीर्थपुरोहितों ने मंदिर परिसर से मंदिर मार्ग, संगम होते हुए एमआई-26 हेलीपैड तक नारेबाजी के साथ बोर्ड के विरोध में जुलूस-प्रदर्शन किया।
कहा कि देवस्थानम बोर्ड को भंग करने के लिए बीते डेढ़ वर्ष से आंदोलन चल रहा है। लेकिन प्रदेश सरकार के कान में जूं नहीं रेंग रहा है। कहा कि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तीर्थपुरोहितों व हक-हकूकधारियों से बिना वार्ता व सलाह के देवस्थानम बोर्ड का गठन किया था, जो उन्हें मंजूर नहीं हैं। कहा कि, सरकार केदारनाथ सहित अन्य धामों में यात्री सुविधाओं को बेहतर करने के बजाय वहां की प्राचीन परंपराओं को बदलने के साथ हक-हकूकधारियों को हाशिए पर लाने का काम कर रही है। कहा कि जब तक देवस्थानम बोर्ड भंग नहीं होता, आंदोलन जारी रहेगा। इस मौके पर राजकुमार तिवारी, संतोष त्रिवेदी, चमन लाल, ऋषि अवस्थी, रमाकांत शर्मा, अुंकुर शुक्ला सहित अन्य तीर्थपुरोहित मौजूद थे।