Hamarichoupal,15,03,2023
Alam Shah
राजधानी देहरादून में सरेआम पेड़ों पर आरी चलाई जा रही हैं लेकिन शासन-प्रशासन है की सुध लेने को तैयार नहीं है। यह मामला पहला नहीं है कि जब सरेआम हरे पेड़ों पर या फलदार पेड़ों पर कुल्हाड़ियां चलाई गई हो , और उसकी जानकारी विभाग को ना हो, सूत्र सूत्रों की माने तो इससे पहले भी विभाग की मिलीभगत से हरे पेड़ों पर या फलदार पेड़ों पर आरियां चलाई जाती रही हैं और सूचना मिलने के बाद भी विभाग कोई हरकत में नहीं आता ऐसा लगता है कि अब विभाग पूर्ण रूप से अपनी आंखें और कान मूंद चुका है ऐसा ही एक मामला भाऊ वाला क्षेत्र में देखने को मिला जहां कई आम के पेड़ पर जिस पर बोर आ रहा था काट दिए गए हैं । सवाल ये भी उठता है कि क्या इनको हरे पेड़ काटने की कोई इज़ाज़त लिखित दी गयी थी? यदि हां तो फिर बोर आए हुए पेड़ों पर आरी चलाने की परमिशन कैसे दी गई या स्वस्थ हरे भरे पेड़ों को काटने की ऐसी क्या जरूरत आन पड़ी कि विभाग द्वारा इनको काटने की अनुमति दी गई और यदि इनकी अनुमति नहीं है तो फिर किसकी शह पर यह इस तरह के फलदार वृक्षों को सरेआम काटा जा रहा है।कुछ पेड़ो की जड़ें JCB से निकाल दी गयी है जिससे ये पता न लग सके कि यहां पर कोई अवैध कटान किया गया है । कुछ पेड़ो की लपिंग भी की गई है रोज़ाना हो रहे अवैध कटान से ऐसा प्रतीत होता है कि या तो विभाग की मिलीभगत से अवैध कटान किये जा रहे है