उत्तरकाशी,26फरवरी2025(आरएनएस) यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल के भाई एवं बड़कोट नगर पालिका अध्यक्ष विनोद डोभाल की दबंगई उन्हें भारी पड़ गई। शिवरात्रि के दिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उन पर एक स्थानीय युवक प्रवीन रावत पर जानलेवा हमले का आरोप है। बड़कोट पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 109 के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया था।
पालिकाध्यक्ष को सिविल जज (जूनियर डिवीजन) पुरोला मीनाक्षी शर्मा की अदालत में पेश किया गया, जहां से उनकी जमानत याचिका खारिज कर टिहरी जेल भेजने का आदेश दिया गया।
क्या है पूरा मामला?
मंगलवार देर रात प्रवीन रावत देहरादून से बड़कोट आ रहे थे। रास्ते में उन्होंने यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल के भाई व नगर पालिका अध्यक्ष विनोद डोभाल द्वारा यमुना नदी में अवैध खनन की सूचना पुलिस के 112 टोल-फ्री नंबर पर दी। इस पर बड़कोट पुलिस व प्रशासन तत्काल हरकत में आया और घटनास्थल पर पहुंचा।
आरोप है कि विनोद डोभाल अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे और पुलिस के हाथों से पोकलैंड मशीन की चाबी छीनकर उसे ले जाने का आदेश दिया। इतना ही नहीं, प्रवीन रावत को ढूंढकर उन पर जानलेवा हमला किया गया। प्रवीन का आरोप है कि उनकी गाड़ी को तीन-चार बार टक्कर मारकर पहाड़ी से गिराने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने गाड़ी मोड़कर अपनी जान बचाई।
अदालत ने भेजा जेल
थानाध्यक्ष बड़कोट दीपक कठैत ने बताया कि प्रवीन रावत की शिकायत पर विनोद डोभाल और उनके सहयोगी अंकित रमोला के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां से दोनों को टिहरी जेल भेज दिया गया।
20 दिन में ही विवादों में आए पालिकाध्यक्ष
गौरतलब है कि विनोद डोभाल ने हाल ही में बड़कोट नगर पालिका अध्यक्ष पद की शपथ ली थी, लेकिन महज 20 दिन के भीतर ही वह गंभीर आरोपों में घिर गए हैं। एक जनप्रतिनिधि द्वारा इस तरह की हरकतें जनता के विश्वास को ठेस पहुंचाने वाली हैं। इस घटना को लेकर बड़कोट में चर्चाओं का बाजार गर्म है।