लक्ष्मण सिंह नेगी ऊखीमठ
ऊखीमठ। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में प्रमुख व हिमालय की गोद में स्थित भगवान केदारनाथ धाम के कपाट इस वर्ष 2 मई को प्रातः 7 बजे वृश्चिक लग्न में विधि-विधान से खोले जाएंगे। महाशिवरात्रि पर्व पर ओंकारेश्वर मंदिर में पंचांग गणना के अनुसार यह तिथि घोषित की गई।
भगवान केदारनाथ के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ की पूजा 27 अप्रैल को शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर में संपन्न होगी। इसके बाद 28 अप्रैल को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली कैलाश के लिए रवाना होगी। इस बार भी यह डोली विश्वनाथ मंदिर, गुप्तकाशी में अतिरिक्त रात्रि प्रवास करेगी।
भगवान केदारनाथ की डोली यात्रा का कार्यक्रम
28 अप्रैल: ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ से प्रस्थान, गुप्तकाशी में रात्रि प्रवास।
29 अप्रैल: गुप्तकाशी से प्रस्थान कर नाला, नारायणकोटी, मैखण्डा होते हुए फाटा में रात्रि विश्राम।
30 अप्रैल: फाटा से शेरसी, बड़ासू रामपुर, सीतापुर, सोनप्रयाग होते हुए गौरीकुंड में रात्रि विश्राम।
1 मई: गौरीकुंड से जंगलचट्टी, भीमबली, लिनचोली होते हुए केदारनाथ धाम में प्रवेश।
2 मई: प्रातः 7 बजे विधि-विधान से कपाटोद्घाटन।
इस अवसर पर रावल भीमाशंकर लिंग, केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल, राज्य मंत्री चंडी प्रसाद भट्ट, नगर पंचायत अध्यक्ष कुब्जा धर्म्वाण, पूर्व प्रमुख लक्ष्मी प्रसाद भट्ट, केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, मंदिर समिति अधिकारी और सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहेंगे।
मंदिर समिति ने 2025 के लिए पुजारियों की जिम्मेदारी तय की
मंदिर समिति ने आगामी यात्रा सीजन 2025 के लिए प्रधान पुजारियों की नियुक्ति कर दी है—
केदारनाथ धाम: बागेश लिंग
मदमहेश्वर धाम: शिव लिंग
गुप्तकाशी विश्वनाथ मंदिर: शिवशंकर लिंग
ओंकारेश्वर मंदिर: टी. गंगाधर लिंग
महाशिवरात्रि पर ओंकारेश्वर मंदिर में भव्य आयोजन
महाशिवरात्रि पर्व पर ओंकारेश्वर मंदिर में भोले जी महाराज, मंगला माता, प्रेम रस्तोगी, अनिल गोयल, नरोत्तम गर्ग, डॉ. रवि सेठी, अंकित गोयल, दीप्ति गर्ग, अलका बंसल, ललित जैन व अलका बंसल के सहयोग से विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। मंदिर को 10 कुंतल फूलों से सजाया गया। झमाझम बारिश के बावजूद शिवभक्तों का भारी उत्साह देखने को मिला।
शीतकालीन यात्रा में 15,415 श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर में इस बार 15,415 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। इनमें 9,163 पुरुष, 6,021 महिलाएं, 194 बच्चे व 37 विदेशी पर्यटक शामिल रहे।
मंदिर प्रभारी यदुवीर पुष्वाण ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा शीतकालीन यात्रा का शुभारंभ करने से तीर्थ यात्रियों की संख्या में वृद्धि हुई। पिछले वर्ष यह संख्या मात्र 11,417 थी, जबकि इस बार यह बढ़कर 15,415 तक पहुंच गई।