चमोली/बद्रीनाथ,
23.07.2021
Hamari Choupal,
बद्रीनाथ धाम में बकरी ईद से संबंधित गतिविधियों के विरोध में बद्रीपुरी की जनता नाराज। मुस्लिम समुदाय के लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग…
आरोप : बद्रीनाथ मंदिर की पार्किंग में मुस्लिम मजदूरों द्वारा नमाज अदा करने का…
कार्यवाही: पुलिस ने 16 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया..
बकरा ईद के मौके पर बद्रीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत बन रहे हैं आस्था पथ के द्वारा निर्माणधीन सरकारी इमारत में बद्रीनाथ धाम में रह रहे मुस्लिम समुदाय के मजदूरों द्वारा नवाज पढ़ी गई थी जिसको लेकर बद्रीनाथ धाम की जनता ने हिंदू व सनातन धर्म के विरुद्ध बद्रीनाथ की भूमि बकरी ईद संबंधित गतिविधियों को लेकर आक्रोश जताया।
जिसके परिपेक्ष में बद्रीनाथ व्यापार सभा के अध्यक्ष विनोद नवानी के नेतृत्व में तीर्थ पुरोहित व बामणी माना गांव के नवयुवक व महिलाओं द्वारा बद्रीनाथ थाने में पहुंच कर बकरी ईद संबंधित गतिविधियों करने वाले मुस्लिम समुदाय के लोगों के विरुद्ध कार्यवाही कर बद्रीनाथ से वापस भेजने की मांग की है। व्यापार सभा के अध्यक्ष विनोद नवानी का कहना है कि आजकल श्रावण मास का महीना चल रहा है लेकिन यहां की स्थानीय लोगों को मंदिर में दर्शन नहीं करने दिया जा रहा है और कुछ मुस्लिम समुदाय के लोग यहां पहुंचे हैं और इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि इन लोगों द्वारा बद्रीनाथ धाम में बकरी ईद से संबंधित गतिविधियों की जबकि बद्रीनाथ धाम के एक्ट 183 के अंतर्गत लिखा गया है कि बद्रीनाथ धाम में बद्रीनाथ की धार्मिक गतिविधियों के अलावा अन्य किसी भी तरह की गतिविधियां यहां पर न की जाए और आज हमारे हिंदू सनातन धर्म के लिए एक दुर्भाग्य का दिन है कि यहां पर एक निर्माणाधीन सरकारी संपत्ति के भीतर बकरी ईद संबंधित गतिविधिया कि गई जो एक निंदनीय घटना है। और हम प्रशासन से निवेदन करते हैं कि जो भी लोग इस दुखद घटना में सम्मिलित थे उनके खिलाफ उचित कार्यवाही अमल में लाई जाए।
क्या कहा एसपी चमोली का देखिये
बद्रीनाथ सरपंच संगीता मेहता व पांडुकेश्वर की सरपंच सरिता रावत का कहना है कि जिस तरीके से आज कुछ मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा बकरी ईद संबंधित गतिविधिया की गई जिसको देखकर लगता है कि भविष्य में इनके द्वारा धाम में अपना वर्चस्व बना कर मस्जिद का भी निर्माण यह लोग कर देंगे जोकि हम सबके लिए दुखद विषय है ।
बद्रीनाथ नवयुवक के अध्यक्ष राघव कुमार का कहना है कि विश्व में आस्था का सबसे बड़ा केंद्र श्री बद्रीनाथ धाम है लेकिन वर्तमान समय में हिंदू समुदाय के लोग वह स्थानीय लोगों को यहां नाही दर्शन की अनुमति है और ना पूजा की लेकिन बाहर से मुस्लिम समुदाय के लोग यहां पहुंच कर बकरी ईद संबंधित गतिविधिया कर रहे हैं तो क्या यह उनकी पूजा नहीं है जब हम स्थानीय लोग पांडुकेश्वर से बद्रीनाथ के लिए आते हैं तो हमारे आधार कार्ड वह अन्य दस्तावेजो की जांच की जाती है जिसके बाद ही हमें बद्रीनाथ आने दिया जाता है लेकिन जब यह लोग यहां पहुंच रहे हैं तो किस आधार पर यह लोग यहां पहुंच रहे हैं।
क्या कह रही है चमोली पुलिस
कतिपय लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर श्री बद्रीनाथ धाम में मुश्लिमों के द्वारा नमाज पढ़ने का संदेश भ्रामक तरीके से फैलाया जा रहा है, जो कि पूर्ण रूप से तथ्यहीन है।
जबकि सत्यता यह है कि श्री बद्रीनाथ धाम में आस्था पथ नामक संस्था की पार्किंग का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसमें कार्य कर रहे मुश्लिम मजदूरों द्वारा आज ईद के त्यौहार के अवसर पर *बंद कमरे में लाउडस्पीकर का प्रयोग किये बिना,* एवं मौलवी की अनुपस्थिति में तथा कोरोना गाइड लाइन व नियमों का पालन करते हुए नमाज पढ़ी गयी है।
तथाकथित इन आरोपों की जांच हेतु संबंधित को निर्देशित किया गया है, यदि उनके द्वारा नियमों का उल्लंघन करना पाया जाता है तो उनके विरुद्ध डीएम एक्ट में कार्यवाही की जाएगी।
आम जनमानस से अपील है कि कृपया बिना सत्यता जाने इस प्रकार के भ्रामक संदेश सोशल मीडिया पर प्रसारित कर सांप्रदायिक भेदभाव की भावना को बढ़ावा ना दें।