Hamarichoupal,10,07,2025
उत्तराखंड में श्रावण मास की कांवड़ यात्रा-2025 के शांतिपूर्ण संचालन हेतु पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है। पुलिस महानिदेशक श्री दीपम सेठ ने आज ऋषिकेश से नीलकंठ तक यात्रा मार्ग का स्थलीय निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा की। तीन जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित बैठक में श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए।
7000 से अधिक पुलिसकर्मी, अर्धसैनिक बल, जल पुलिस, STF, SDRF, ATS व PAC को तैनात कर यात्रा क्षेत्र को सुरक्षा के अभेद घेरे में लिया गया है। ड्रोन, CCTV और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के ज़रिए हर संदिग्ध गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है। सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाएं फैलाने वालों, मानक से अधिक ऊंची कांवड़ लेकर चलने वालों व डीजे की प्रतिस्पर्धा करने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जाएगी।
नीलकंठ महादेव में पूजा अर्चना के बाद डीजीपी ने श्रद्धालुओं व मंदिर समिति से संवाद कर व्यवस्थाओं का फीडबैक लिया। इस दौरान फोर्स को ड्यूटी संबंधी आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए।
हरिद्वार और नीलकंठ मेला क्षेत्रों को सुपर जोन, जोन व सेक्टरों में विभाजित कर ASP, CO/Insp. व SHO स्तर के अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही इंटीग्रेटेड कम्युनिकेशन सिस्टम के तहत सीमावर्ती राज्यों से रियल टाइम सूचना आदान-प्रदान की व्यवस्था भी की गई है।
आज ऋषिकेश व हरिद्वार में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर डॉ. वी. मुरूगेशन सहित पुलिस के शीर्ष अधिकारियों ने संयुक्त ब्रीफिंग कर फोर्स को अनुशासन, समन्वय व त्वरित निर्णय क्षमता से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा—
> “श्रद्धालुओं की सुरक्षा, यातायात का कुशल संचालन व हर परिस्थिति में सतर्क प्रतिक्रिया हमारी प्राथमिकता है।”
उत्तराखंड पुलिस की यह सुरक्षा रणनीति कांवड़ यात्रा-2025 को श्रद्धा, समर्पण और सुरक्षा के समन्वय से संपन्न करने के लिए संकल्पबद्ध है। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे पुलिस प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और यात्रा को सफल बनाएं।