देहरादून, 10 जुलाई ( हमारी चौपाल) मुख्यमंत्री के निर्देश पर जनपद के सुदूरवर्ती और आपदा प्रभावित बटोली गांव में जिलाधिकारी सविन बंसल ने कठिन पगडंडी पार कर प्रथम पंक्ति में पहुँचकर संवेदना व सेवा का संदेश दिया। महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों से सीधा संवाद कर उनकी समस्याओं को समझा और त्वरित समाधान प्रस्तुत किया।
रातों-रात बहाल हुआ खाईयुक्त संपर्क मार्ग
अतिवृष्टि के कारण खाई में तब्दील शेरू खाला मार्ग को जिला प्रशासन ने युद्धस्तर पर कार्य करते हुए एक ही रात में सुगम बना दिया। वर्षों की दूरी चंद घंटों में घट गई।
राहत राशि और पुनर्वास का संबल
प्रभावित 96 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर ठहरने हेतु ₹3.84 लाख का एडवांस चेक मौके पर वितरित किया गया। प्रत्येक परिवार को ₹4,000 प्रतिमाह की दर से तीन माह की सहायता दी गई।
वर्षाकाल में निरंतर मशीनरी तैनाती
डीएम ने बरसात के पूरे तीन माह हेतु 24×7 मैनपावर और मशीनरी सक्रिय रखने के आदेश दिए। साथ ही क्षेत्रीय अधिकारियों को स्थायी कैम्प लगाने के निर्देश भी दिए गए।
हेलीपैड, स्वास्थ्य सुविधा और शिक्षण व्यवस्था
15 दिन में अस्थायी हेलीपैड निर्माण हेतु भूमि चिह्नित की जा रही है। गर्भवती महिलाओं और नवजातों के लिए एएनएम की नियमित तैनाती सुनिश्चित की गई। बच्चों के लिए स्कूल के निकट किराये के मकानों में पठन-पाठन की व्यवस्था करते हुए ₹4,000 मासिक किराया हेतु राशि तत्काल हस्तांतरित की गई।
विकास योजनाओं को मिला प्रोत्साहन
कोटी-बटोली मार्ग को लोक निर्माण विभाग को सौंपते हुए थान गांव के लिए वैकल्पिक मार्ग का सर्वे आरंभ किया गया। मेडिकल इमरजेंसी हेतु तात्कालिक अस्थायी व्यवस्था भी तैयार की जा रही है।
सौर ऊर्जा और सामाजिक सुरक्षा
डीएम ने अपने कोटे से 20 सोलर लाइट्स स्वीकृत कर ग्राम में जल्द ही स्थापना के आदेश दिए। क्षेत्र की सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य की प्राथमिकताओं को संतुलित करते हुए प्रशासनिक टीम ने संवेदनशीलता के साथ योजनाओं को गति दी।