गोरखपुर ,14.07.2021,Hamari Choupal
आज बुधवार की सुबह सीएम योगी ने गोरखनाथ मंदिर में जनता दरबार में लोगों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान सीएम के जनता दरबार में गोरखपुर सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों से करीब 300 फरियादी पहुंचे। मुख्यमंत्री एक-एक कर फरियादियों के पास गए। सबकी समस्या सुनने के साथ प्रार्थना पत्र लेकर अधिकारियों को कार्रवाई का निर्देश भी दिया।
कई ऐसे मामले मुख्यमंत्री योगी के सामने आ गए, जिनके फरियादी पहले भी उनसे जनता दरबार में मिल चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी उनकी समस्या का निस्तारण नहीं किया है। पीड़ित ने सीएम को बताया कि अधिकारियों की लापरवाही से जमीनी विवाद में किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। यह सुनते ही सीएम योगी वहां मौजूद डीएम पर भड़क गए। उन्होंने डीएम और एसएसपी को कड़ी फटकार लगाई और तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। सीएम का गुस्सा देख वहां मौजूद अधिकारियों के माथे पर पसीना आ गया।
सर… मेरा पति मेरा धर्म परिवर्तन कराना चाहता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि स्थानीय स्तर पर लोगों की समस्याओं का समाधान हो जाता तो लोग अपनी समस्याओं को लेकर हर बार उन तक नहीं पहुंचते। निश्चित रूप से कहीं न कहीं अफसर जनता की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं हैं। जनता की समस्या को लेकर अफसरों की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सीएम के सामने महिला से धोखे से शादी कर उसके साथ जबरिया धर्म परिवर्तन कराए जाने का भी मामला पहुंचा। रामगढ़ताल इलाके की रहने वाली महिला ने सीएम योगी को बताया कि तीन वर्ष पूर्व कोतवाली इलाके के नखास पर रहने वाले अमिरूल हक नाम के व्यक्ति ने धोखे से उससे कोर्ट मैरिज कर ली और फिर अब उसका जबरिया धर्म परिवर्तन कराना चाहता है। सीएम ने तत्काल अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए।इसके अलावा सऊदी अरब में मृत व्यक्ति का शव वतन वापस लाने सहित, अधिकारियों द्वारा मामलों में सही रिपोर्ट न दिए जाने और अधिकांश जमीनी विवाद और पुलिस से जुड़े मामले पहुंचे। इसके साथ ही गंभीर बीमारियों का पैसों के अभाव में इलाज नहीं हो पाने के मामलों को भी सीएम ने गंभीरता से लिया।
जनता दरबार में करीब आधा दर्जन ऐसे मामले आए, जिसके परिजन किसी न किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, लेकिन पैसों के अभाव में उनका इलाज नहीं हो पाया। मुख्यमंत्री ने ऐसे मामलों में फरियादियों को अस्पताल से इलाज का एस्टिमेट बनवाकर देने को कहा है। उन्होंने कहा कि रुपयों के अभाव में किसी भी गरीब का इलाज नहीं रुकेगा। ऐसे सभी गरीबों का इलाज सरकार की ओर से कराया जाएगा।