Hamarichoupal
जसपुर, ऊधम सिंह नगर( हमारी चौपाल ) 7 जुलाई 2025: जसपुर तहसील के खेड़ा लक्ष्मीपुर गांव में ग्राम पंचायत चुनाव के लिए चार उम्मीदवारों द्वारा दाखिल किए गए नामांकन पत्रों में से तीन पर गंभीर अनियमितताओं का आरोप लगा है। स्थानीय ग्रामवासियों ने इन नामांकन पत्रों पर आपत्ति दर्ज कराते हुए दावा किया है कि तीन उम्मीदवारों—परवीन जहाँ पत्नी नाज़ीर हुसैन, गुलफ्शा पत्नी आसिम, और नसीमा पत्नी नासिर हुसैन—ने निर्वाचन आयोग की गाइडलाइनों का उल्लंघन करते हुए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अपने नामांकन पत्र जमा किए हैं। इस मामले की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन ने गहन जांच शुरू कर दी है।
*आपत्ति और आरोपों का विवरण*
ग्रामवासियों द्वारा 7 जुलाई 2025 को दर्ज की गई आपत्ति में कहा गया है कि उक्त तीनों उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्रों में गलत और फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत किए, जिससे निर्वाचन प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं। आपत्तिकर्ताओं ने प्रशासन से मांग की है कि इन दस्तावेजों की गहनता से जांच की जाए और दोषी उम्मीदवारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। आपत्तिकर्ताओं का कहना है कि फर्जी दस्तावेजों का उपयोग न केवल निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है, बल्कि यह गांव की जनता के साथ धोखा भी है।
*प्रशासन की कार्रवाई*
जिला प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच शुरू कर दी है। जिला निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि नामांकन पत्रों और उनमें संलग्न दस्तावेजों की गहन छानबीन की जा रही है। जांच में दस्तावेजों की प्रामाणिकता, उम्मीदवारों की पात्रता, और निर्वाचन आयोग की गाइडलाइनों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा। जिला निर्वाचन कार्यालय के एक अधिकारी ने कहा, “हम इस मामले में पूरी पारदर्शिता के साथ जांच कर रहे हैं। यदि कोई अनियमितता पाई गई, तो संबंधित उम्मीदवारों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।”
*ग्रामवासियों की प्रतिक्रिया*
खेड़ा लक्ष्मीपुर के ग्रामवासियों ने इस मामले में अपनी नाराजगी जाहिर की है। स्थानीय निवासी मोहम्मद अली ने बताया, “हम चाहते हैं कि चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी हो। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कोई भी उम्मीदवार चुनाव लड़ने का हकदार नहीं है।” अन्य ग्रामवासियों ने भी प्रशासन से जल्द से जल्द इस मामले का निपटारा करने और दोषियों को दंडित करने की मांग की है।
*निर्वाचन आयोग की गाइडलाइंस*
निर्वाचन आयोग की गाइडलाइंस के अनुसार, नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए उम्मीदवारों को अपनी पहचान, निवास, और पात्रता से संबंधित सत्यापित दस्तावेज प्रस्तुत करने होते हैं। किसी भी प्रकार की गलत जानकारी या फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत करना गंभीर अपराध माना जाता है, जिसके परिणामस्वरूप उम्मीदवार का नामांकन रद्द किया जा सकता है और कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है।
*आगे की प्रक्रिया*
प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि जांच प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा और इसके निष्कर्षों को सार्वजनिक किया जाएगा। इस बीच, ग्रामवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आगे के कदम उठाने पर विचार करेंगे।