27.06.2021,Hamari Choupal
गर्मियों का मौसम आते ही जगह-जगह पर गन्ने के रस का स्टॉल लग जाते हैं। जब गन्ने का रस निकाला जाता है, तो उसमें केवल पंद्रह प्रतिशत कच्ची चीनी होती है जो आपके कुछ फलों के रस या स्मूदी से काफी कम होता है। गन्ने के रस का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) कम है।
गन्ने के रस में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, तांबा, मैग्नीशियम, मैंगनीज, जस्ता, आयरन और पोटेशियम जैसे महत्वपूर्ण तत्व भी होते हैं। यह विटामिन ए, बी1, बी2, बी3 और सी का समृद्ध स्रोत है। जिसके कारण जॉन्डिस, एनीमिया, कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से बचाता है। जहां एक ओर इसके ढेरों स्वास्थ्य लाभ है। वहीं कई लोगों के लिए यह नुकसानदेय साबित हो सकता है। जानिए किन लोगों को गन्ने के रस का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
खून को कर सकता है पतला
गन्ने के रस में पोलीकोसैनॉल नाम तत्व पाया जाता है। जिसके कारण आपका खून पतला हो सकता है। इसलिए इसका सेवन ज्यादा नहीं करना चाहिए।
डायबिटीज
गन्ने में चीनी की मात्रा अधिक होने के बावजूद भी ये शुगर के मरीजों के लिए फायेदमंद बताया जाता है। 240 एमएल गन्ने के जूस में 50 ग्राम चीनी होती है, जो कि 12 चम्मच के बराब%E