देहरादून,28,08,2021,Hamari Choupal
सुभारती ट्रस्ट से जुड़े धोखाधड़ी के मामले में आरोपी दून निवासी पूर्व दर्जाधारी मनीष वर्मा, उनकी पत्नी नीतू और भाई संजीव वर्मा शनिवार को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिए गए। मनीष वर्मा और उनकी पत्नी ने न्यायालय में सरेंडर किया। संजीव वर्मा को न्यायालय के करीब से पुलिस ने उस वक्त गिरफ्तार कर लिया, जब वह सरेंडर के लिए जा रहे थे। बचाव पक्ष के अधिवक्ता रजनीश कुमार गुप्ता ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मनीष वर्मा शुक्रवार को पत्नी और भाई के साथ सरेंडर के लिए कोर्ट में पेश हुए थे। उस दौरान अदालत ने आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट लाने को कहा। इसके बाद मनीष वर्मा, पत्नी और भाई की आरटीपीसीआर जांच कराई गई। शनिवार को कोरोना जांच रिपोर्ट मिले बिना ही मनीष और उनकी पत्नी एसीजेएम तृतीय के न्यायालय पहुंच गए। वहां उन्होंने जांच करने की रसीद दी। एसीजेएम तृतीय निहारिका मित्तल गुप्ता के अवकाश पर होने के चलते मामले की सुनवाई एसीजेएम चतुर्थ अभिषेक श्रीवास्तव की कोर्ट में हुई। यहां मनीष और उनकी पत्नी नीतू के सरेंडर करने पर तो भाई संजीव वर्मा को पुलिस के पेश करने के बाद न्यायालय ने तीनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।