विकासनगर(आरएनएस)। वर्षों से छावनी बाजार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को चकराता से ग्वासा पुल के समीप शिफ्ट करने को लेकर स्थानीय लोगों का विरोध तेज हो गया है। लोगों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अस्पताल को चकराता से कहीं शिफ्ट किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। पिछले 60 साल से अधिक समय से चकराता बाजार में सरकारी अस्पताल स्थापित है। जौनसार बावर के सैंकड़ों गांवों का केंद्र बिंदु होने के चलते सरकार द्वारा चकराता में अस्पताल स्थापित किया गया था, लेकिन कुछ माह पूर्व छावनी परिषद द्वारा अस्पताल की भूमि को खाली करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग को एक नोटिस दिया गया। जिसके बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्रामसभा मोहना में भूमि का निरीक्षण किया गया। डिप्टी सीएमओ डॉ. दिनेश चौहान द्वारा निरीक्षण की फोटो सोशल मीडिया पर डालने के बाद जब लोगों को इस बारे में पता लगा तो उन्होंने इसका विरोध करना शुरू किया। व्यापार मंडल अध्यक्ष चकराता केशर सिह चौहान, छावनी परिषद के सदस्य अनिल चांदना, पूर्व सदस्य कमल रावत, आनंद राणा, व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष तीर्थ कुकरेजा, संजय जैन आदि का कहना है की चकराता क्षेत्र का केंद्र बिंदु है हर जगह से यहां आने के लिए परिवहन आदि की सब व्यवस्था है जिससे लोग आसानी से चकराता पहुंच सकते हैं। कहा कि जिस स्थान पर अस्पताल के लिए भूमि तलाश की जा रही है वहां जाने के लिए न तो सार्वजनिक परिवहन की व्यवस्था है और न ही वह क्षेत्र अन्य जगहों से आने जाने के लिए सुलभ है। कहा कि अस्पताल का चकराता से शिफ्ट होना जनहित में नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि अस्पताल शिफ्ट करने की बात हुई तो इसका विरोध होगा। व्यापारियों ने अनिश्चिकाल के लिए बाजार तक बंद करने की चेतावनी दी है। सम्पर्क करने पर डिप्टी सीएमओ डॉ. दिनेश चौहान ने कहा कि छावनी परिषद द्वारा नोटिस मिलने के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर अन्य जगह भूमि देखी गई है।