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बागेश्वर, 24 मई, 2025: एक चौंकाने वाली घटना में, बागेश्वर के जिला सैनिक कल्याण अधिकारी, कर्नल डॉ. एसडीओपी शुक्ला, को सतर्कता टीम (विजिलेंस) ने ₹50,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा है। यह गिरफ्तारी जिलेभर में चर्चा का विषय बनी हुई है, खासकर सैनिक समुदाय में।
विजिलेंस टीम ने यह कार्रवाई एक पूर्व उपनल कर्मचारी कैलाश पंत की शिकायत पर की। पंत ने आरोप लगाया था कि कर्नल शुक्ला उनके सेवा विस्तार के लिए ₹90,000 की रिश्वत की मांग कर रहे थे, हालांकि बाद में यह रकम ₹50,000 पर तय हुई थी। अधिकारी के इस आचरण से परेशान होकर पंत ने विजिलेंस से संपर्क किया था।
टीम ने एक सुनियोजित जाल बिछाया, जिसके तहत बागेश्वर स्थित सैनिक कल्याण कार्यालय में कर्नल शुक्ला को रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया गया। यह मामला उस समय सामने आया जब कैलाश पंत, जो उपनल के माध्यम से सैनिक कल्याण विभाग में अनुबंधित रूप से कार्यरत थे, को अपने 11 महीने के सेवा विस्तार के लिए कर्नल शुक्ला द्वारा ₹50,000 की मांग का सामना करना पड़ा।
प्राथमिक जांच में शिकायत सही पाए जाने के बाद, विजिलेंस के पुलिस उपाधीक्षक अनिल सिंह मनराल के निर्देशन में एक ट्रैप टीम का गठन किया गया। इस टीम ने सफलतापूर्वक कर्नल शुक्ला को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।यह भी जानकारी में आया है कि भ्रष्टाचारी कर्नल शुक्ला मध्यप्रदेश का मूल निवासी है।
विजिलेंस ने कर्नल शुक्ला के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। विजिलेंस निदेशक डॉ. वी. मुरुगेशन ने इस सफल अभियान के लिए ट्रैप टीम को नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार की जानकारी के लिए विजिलेंस के टोल-फ्री नंबर 1064 या हेल्पलाइन नंबर 9456592300 पर संपर्क करें।